Maharashtra News: महाराष्ट्र में मुंबई—पुणे रेलवे रूट पर ट्रेन यातायात करीब 8 घंटे तक प्रभावित रहा है। वजह थी रेल पटरियों पर पत्थर गिरना। जानकारी के अनुसार लोनावाला-कर्जत घाट खंड में गुरुवार और शुक्रवार की दरमयानी रात रेल की पटरियों पर पत्थर गिरने से मुंबई-पुणे मार्ग पर ट्रेन सेवाएं करीब 8 घंटे तक प्रभावित रहीं। यह जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी। रेलवे प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि यह घटना घाट खंड में नागनाथ और पलासधारी खंड के बीच मुंबई जाने वाली लाइन पर 12 बजकर 50 मिनट पर हुई। हालांकि मशक्कत के बाद शुक्रवार सुबह 8.15 बजे रेल सेवाएं फिर से बहाल कर दी गईं।
पटरी पर पत्थर गिरने के बाद रोका गया रेल ट्रैफिक
मध्य रेलवे (सीआर) ने शुक्रवार को बताया कि भोर घाट में एक पटरी पर पत्थर गिरने के बाद बाहर जाने वाली कई ट्रेनों को आधे से एक घंटे के लिए रोक दिया गया, जिससे मुंबई और पुणे के बीच रेल सेवाएं प्रभावित हो गईं। सीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी यानी पीआरओ शिवाजी सुतार ने बताया कि 'घटना मुंबई जाने वाली लाइन पर हुई। करीब आठ घंटे की मशक्कत के बाद प्रभावित मार्ग पर रेल यातायात को फिर से बहाल कर लिया गया।'
गश्ती दल को लगी थी पटरियों पर पत्थर गिरने की जानकारी
पीआरओ ने बताया, 'बहाली कार्य के दौरान मिड लाइन पर कई मेल एक्सप्रेस ट्रेन के मार्ग में परिवर्तन किया गया। उस अवधि में अप और डाउन लाइन की ट्रेन डाउन और मिड लाइन पर चल रही थीं।' सुतार के मुताबिक, बहाली कार्य के दौरान तीन की तुलना में केवल दो लाइनों की उपलब्धता और घाट बैंकिंग लोकोमोटिव की आवाजाही के कारण पुणे से मुंबई जाने वाली ट्रेन को एक घंटे के लिए रोका गया। उन्होंने बताया कि ड्यूटी पर तैनात गश्ती दल के सदस्य मोतीराम लोभी ने पाया कि कुछ पत्थर पटरियों पर गिर गए थे और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के साथ ही देश के कई इलाकों में भारी बारिश और उससे उपजी परिस्थितियों के कारण भी कई बार यातायात प्रभावित हुआ है। कई ट्रेनों को कैंसिल तक करना पड़ा है।
IRCTC की वेबसाइट पर देखी जा सकती है कैंसिल ट्रेनों की सूची
अगर आप रेलयात्रा करने वाले हैं तो घर से निकलने से पहले ये जरूर पता कर लें कि जिस ट्रेन में बैठकर आपको जाना है, वो चल भी रही है या नहीं। कैंसिल हुई ट्रेनों की सूची को भारतीय रेलवे और IRCTC की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। इसके अलावा आप NTES App के जरिए भी ये जानकारी पा सकते हैं।