महाराष्ट्र के जालना और छत्रपति शंभाजी महाराज नगर में इनकम टैक्स की छापेमारी (Income Tax Raid) में लगभग 390 करोड़ रुपए बरामद हुए। आयकर विभाग ने लगभग एक सप्ताह तक अपनी छापेमारी की, शुरुआत के तीन दिन तक तो लोकल पुलिस को भी इस छापेमारी की भनक नहीं थी। हालांकि इन सब के बीच जो सबसे मजेदार बात थी, वह यह थी कि आयकर विभाग ने इस छापेमारी को एक फिल्मी स्टाइल में अंजाम दिया था। दरअसल, आयकर विभाग छापेमारी करने बाराती बन कर आए थे, दुल्हे के लिए एक गाड़ी सजी थी, जिसमें लिखा था 'दुल्हन हम ले जाएंगे'। हालांकि, दुल्हन का तो पता नहीं लेकिन छापेमारी में इनकम टैक्स विभाग ने 309 करोड़ रुपए की संपत्ति जरूर जब्त कर ली।
पूरी बारात में आयकर विभाग के अधिकारी
आयकर विभाग को स्टील कारोबार और फैक्ट्रियों के एक बड़े केंद्र, जालना की चार कंपनियों, छत्रपति शंभाजी महाराज नगर के व्यवसायी व प्रापर्टी डीलर द्वारा आयकर चोरी की भनक लगी थी। इसके बाद ठोस जानकारी इकट्ठा की गई और लगभग 260 आयकर विभाग के अधिकारी 120 गाड़ियों में सवार हो कर छापेमारी करने निकल गए। आयकर विभाग को मालूम था कि इतनी बड़ी टीम अगर ऐसे ही छापेमारी करने गई तो टैक्स की चोरी करने वाले सावधान हो जाएंगे। इसलिए उन्होंने इस पूरे काफिले को बारात में बदल दिया, जिसमें बाराती के साथ-साथ दूल्हा भी था। हालांकि, जब यह बारात टैक्स चोरी करने वाले व्यापारियों के घरों पर पहुंची तो उनके होश उड़ गए।
Image Source : FileIncome tax Department
कहां हुई थी छापेमारी
इनकम टैक्स के बाराती जिन टैक्स चोरों की बैंड बजाने पहुंचे थे उनमें, कालिका स्टील एलाय प्रालि, श्री राम स्टील, फाइनेंसर विमल राज, एक डीलर प्रदीप बोरा ऍर जालना का एक सहकारी बैंक शामिल था। इस छापेमारी के दौरान करीब आधा दर्जन कंपनियों, उनके मालिकों और कर्मचारियों के अलग-अलग ठिकानों और उनके बैंक लाकरों से इनकम टैक्स विभाग को 58 करोड़ रुपए नकद और 32 किलो सोना के साथ-साथ कई बेनामी संपत्तियों के कागजात भी बरामद हुए हैं। इनकी कुल कीमत लगभग 390 करोड़ बताई जा रही है।