Video: अजीत पवार ने भतीजे के लिए मजे, जैसे ही आया वो सामने, बोले- "बच गया तू... आशीर्वाद लो काका के"
अजित पवार ने एक श्रद्धांजलि सभा के दौरान अपने भतीजे को ताना मारा कि अगर मैंने तुम्हारी विधानसभा सीट पर रैली की होती को सोचो क्या होता।
महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव के नतीजे सभी के सामने आ चुके हैं। राज्य में जनता ने महायुती को प्रचंड बहुमत देकर अपना आशीर्वाद दिया है। जल्द ही महायुति सरकार बनाएगी। इसी बीच, कद्दावर नेता वाई बी चव्हाण की श्रद्धांजलि सभा में अजित पवार और उनके भतीजे रोहित पवार टकरा गए। इस पर अजित पवार ने उन्हें जीत की बधाई दी और मजाकिया अंदाज में उन्हें ताना भी मारा।
भतीजे पर किया कटाक्ष
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने सोमवार को एनसीपी-एसपी नेता रोहित पवार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर उन्होंने अपने भतीजे के विधानसभा क्षेत्र में प्रचार किया होता, तो उनके लिए जीत हासिल करना चुनौतीपूर्ण होता। बता दें कि हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में, एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार के पोते रोहित पवार ने अहिल्यानगर जिले में कर्जत जामखेड सीट को सफलतापूर्वक बरकरार रखा, उन्होंने भाजपा के राम शिंदे को 1,243 मतों के मामूली अंतर से हराया।
वाई बी चव्हाण की श्रद्धांजलि सभा में के दौरान अजित पवार ने अपने भतीजे रोहित पवार को विधानसभा जीत की बधाई दी और उनसे आशीर्वाद लेने और उनके पैर छूने को कहा। उन्होंने कहा, "आओ, आशीर्वाद लो। तुम मुश्किल से (सीट बचाने में) बच पाए। अगर मैंने (कर्जत जामखेड में) रैली की होती, तो सोचो क्या होता।"
रोहित ने कहा- 'वो पितातुल्य हैं'
इधर एनसीपी (शरद पवार) के नेता रोहित पवार ने बाद में संवाददाताओं से बात की और कहा कि उनके (राजनीतिक) मतभेदों के बावजूद, अजित पवार उनके लिए "पितातुल्य" हैं। उन्होंने कहा, "2019 के चुनावों में उन्होंने (अजित) मेरी बहुत मदद की और चूंकि वह मेरे चाचा हैं, इसलिए उनके पैर छूना मेरी जिम्मेदारी थी। इस भूमि पर जो चव्हाण साहब की है, उनके द्वारा दी गई परंपरा और मूल्यों का पालन करने की जरूरत है और हम वही कर रहे हैं।"
अजीत पवार के दोस्ताना अंदाज़ के बारे में पूछे जाने पर रोहित पवार ने कहा कि यह सच है कि अगर उनके चाचा ने (कर्जत जामखेड में) रैली की होती तो हालात अलग होते। उन्होंने कहा, "लेकिन वे बारामती सीट में बिजी थे और उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में आने का समय नहीं मिल पाया।" बाद में अजीत पवार ने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, "मैंने ऐसा नहीं कहा। मैंने केवल उन्हें बधाई दी और आगे अच्छा काम करने की कामना की।"
अजित गुट की पार्टी ने किया शानदार प्रदर्शन
जानकारी दे दें कि राज्य में 288 विधानसभा सीट के लिए हाल में संपन्न चुनावों में अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने 41 सीट जीता, जबकि उनके चाचा की अगुवाई वाली एनसीपी (एसपी) का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और केवल 10 सीट पर जीत दर्ज की। इस विधानसभा चुनाव में अजित पवार ने एनसीपी (शरद पवार) उम्मीदवार युगेंद्र पवार को एक लाख से अधिक मतों से हराकर अपनी बारामती सीट बरकरार रखी है। बता दें कि युगेंद्र पवार भी उनके भतीजे हैं।
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