महाराष्ट्र में अफज़ल खान के मकबरे के पास बने अवैध ढांचे को गिराया गया
2017 में बॉम्बे हाइकोर्ट ने राज्य सरकार को अवैध ढांचे को गिराने का अल्टीमेटम दिया। इसी सिलसिले में आज अफजल खान की कब्र के पास बने अवैध ढ़ांचे को गिरा दिया गया।
महाराष्ट्र में सतारा जिला प्रशासन ने गुरुवार को बीजापुर के आदिल शाही वंश के सेनापति अफज़ल खान के मकबरे के आसपास सरकारी ज़मीन पर बने अनधिकृत ढांचों को ध्वस्त कर दिया। अफज़ल खान को महाराष्ट्र के सतारा जिले में प्रतापगढ़ किले के पास मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज ने मौत की नींद सुला दिया था। उसकी याद में वहां एक मकबरा बनाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच गुरुवार तड़के ढांचों को ध्वस्त करने की कवायद शुरू की गई जो कि अभी भी जारी है। सतारा के कलेक्टर रुचिश जयवंशी ने बताया, ‘‘अफज़ल खान मकबरा परिसर के आसपास बने पक्के कमरों जैसे अवैध ढांचों को जिला प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है।’’ उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई हाईकोर्ट के आदेश और राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार की गई है। अधिकारी ने कहा, ‘‘अनधिकृत ढांचा 15 से 20 गुंठा भूमि (एक गुंठा 1,089 वर्ग फुट के बराबर) पर फैला हुआ था।’’ उन्होंने कहा कि ज़मीन का कुछ हिस्सा वन विभाग का है, जबकि कुछ हिस्सा राजस्व विभाग का है।
क्यों है कब्र पर विवाद
अफजल खान की कब्र को लेकर विवाद तब सामने आया जब साल 2000 कुछ मुस्लिमों ने इस कब्र पर दावा करते हुए वहां पर एक शेल्टर बनाने का फैसला किया। बीते 20 से 22 सालों में धीरे-धीरे यहां कब्र पर चारों तरफ से आर्केड के साथ एक स्थायी संरचना खड़ी कर दी गई है। माना जाता है कि अफजल खान की कब्र पर एसबेस्टस की पतली शीट की छत बनाई गई है और इसके अंदर मुस्लिमों के लिए स्पेशल कमरे बनाए गए हैं। जल्द ही बीजापुर के अत्याचारी शासक और शिवाजी के कट्टर दुश्मन रहे अफजल खान का किले में महिमानंडन शुरू कर दिया गया। दो दशक पहले तक आक्रान्ता अफजल खान की कब्र जीर्ण-शीर्ण अवस्था में थी। इस पर किसी का कोई ध्यान नहीं था प्रतापगढ़ किले के प्रवेश द्वार से अंदर जाते ही कुछ सीढ़ियाँ चढ़ने पर दाहिनी तरफ इसकी कब्र को देखा जा सकता था। लेकिन अब यहां पर ‘हजरत मोहम्मद अफजल खान मेमोरियल ट्रस्ट’ के नाम से अवैध तरीके से निर्मित किले की लगभग 5,500 वर्ग फुट की जमीनों पर कब्जा कर लिया गया था।
अब मुस्लिम मौलवी अफजल खान का करते हैं गुणगान
छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रतापगढ़ किले में अब मुस्लिम मौलवी अफजल खान का गुणगान करते हैं और यहां आने वाले लोगों से भी मुगल आक्रान्ता का गुणगान करने को कहा जाता है। यहां यह अंधविश्वास फैलाया गया है कि अफजल खान की कब्र के सामने प्रार्थना करने से मानसिक बीमारियां ठीक हो जाती है। इस अंधविश्वास को मानते हुए आस-पास के ग्रामीण मौलवियों की बातें मानने लगे हैं।
राज ठाकरे ने कब्र को ध्वस्त करने की दी थी धमकी
हाल ही में जब राज्य में उद्धव ठाकरे की सरकार थी तब पुणे में एक रैली को संबोधित करते हुए रविवार को प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि जिस अफजल खान को हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज ने मार डाला था। उसका मकबरा है और विशेष समुदाय के लोगों द्वारा उसकी कब्र पर फूलों की माला अर्पित की जा रही है। इस मुद्दे पर महाराष्ट्र सरकार खामोश बैठी है अगर राज्य सरकार ने इस कब्र को नहीं गिराया, तो मनसे पार्टी के कार्यकर्ता इसे जल्द ही ध्वस्त कर देंगे। ठाकरे की इस धमकी के बाद उद्धव ठाकरे सरकार ने सतारा जिले के प्रतापगढ़ किले में अफजल खान की कब्र के आसपास रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवानों को तैनात कर दिया गया है।