A
Hindi News महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव के बाद सड़कों पर मिले सैकड़ों वोटर आईडी, मचा हड़कंप- देखें VIDEO

लोकसभा चुनाव के बाद सड़कों पर मिले सैकड़ों वोटर आईडी, मचा हड़कंप- देखें VIDEO

कल्याण के शील रोड पर सैकड़ों वोटर आईडी कार्ड मिले हैं। स्थानीय निवासियों ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और उचित जांच की मांग की है।

सड़कों पर मिले वोटर आईडी कार्ड- India TV Hindi सड़कों पर मिले वोटर आईडी कार्ड

महाराष्ट्र के कल्याण के शील रोड पर बुधवार को सैकड़ों की संख्या में वोटर आईडी कार्ड मिलने से हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों ने वोटर आईडी कार्ड देखे और तुरंत मानपाड़ा पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी वोटर आईडी कार्ड जब्त कर लिए और जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वोटर आईडी कार्ड वहां कैसे पहुंचे। यह घटना चुनाव प्रक्रिया में गंभीर लापरवाही या धोखाधड़ी की ओर इशारा कर सकती है।

स्थानीय निवासियों ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और उचित जांच की मांग की है। वहीं, चुनाव आयोग ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने शहर में राजनीतिक और सामाजिक चर्चा को जन्म दे दिया है और लोग चुनावी प्रक्रियाओं की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं। मानपाड़ा पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय काबदाने ने बताया कि बहुत से वोटर आईडी कार्ड मिले हैं और आगे की जांच की जा रही है।

वोटर आईडी कार्ड किसके हैं? 

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये वोटर आईडी कार्ड किसके हैं और वहां कैसे पहुंचे। कुछ स्थानीय निवासियों का मानना है कि यह किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा हो सकता है, जबकि अन्य इसे प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम मान रहे हैं। पुलिस विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है, जिसमें यह देखना भी शामिल है कि क्या यह किसी संगठित गिरोह का काम है, जो चुनावी धोखाधड़ी की योजना बना रहा था।

निष्पक्ष और विस्तृत जांच की मांग

इस घटना ने शहर के लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि उनकी वोटिंग की जानकारी कितनी सुरक्षित है। कई लोगों ने मांग की है कि चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं हों और वोटर आईडी कार्ड्स की सुरक्षा बढ़ाई जाए। अंतत: इस मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच की आवश्यकता है, ताकि दोषियों को सजा मिल सके और चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता बनी रहे। (कल्याण से सुनील शर्मा की रिपोर्ट)

ये भी पढ़ें-