हाल ही में महाराष्ट्र के लातूर जिले के 103 किसानों की जमीन को लेकर वक्फ बोर्ड ने नोटिस थमाया कि यह जमीन वक्फ बोर्ड की है। अब इस मामले को लेकर महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यार खान सामने आए। उन्होंने वक्फ बोर्ड को आड़े हाथों लेकर कहा कि लातूर जिले के 103 किसानों की पुश्तैनी जमीन यदि है तो वक्फ बोर्ड उन किसानों को नोटिस कैसे दिया? यदि वक्फ बोर्ड के कोई भी अधिकारी या कोई अन्य लोग गलत एक्टिविटीज में शामिल होंगे तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
वक्फ बोर्ड से मांगी पूरी डिटेल
अल्पसंख्यक विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए वक्फ बोर्ड के पदाधिकारी से डिटेल जानकारी मांगी है। साथ ही यह पूछा है कि किसानों को नोटिस कैसे दिया जा रहा है। महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यार खान ने कहा कि वक्फ बोर्ड के पदाधिकारी ने यदि इस तरीके का काम किया है तो उन पर कार्रवाई किया जाएगा। बता दें कि लातूर जिले में 103 किसानों का वक्फ बोर्ड के साथ भूमि विवाद का मामला चल रहा है। किसानों ने वक्फ बोर्ड पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी पुश्तैनी जमीन पर वक्फ बोर्ड कब्जा करना चाहता है। हमारी करीबन 300 एकड़ की ये जमीन किसानों की पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है, इस पर किसानों का हक है।
किसानों की पुश्तैनी जमीन में दखल नहीं होनी चाहिए
राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष आगे ने कहा कि यदि किसानों की पुश्तैनी जमीन है तो इसमें वक्फ बोर्ड की दखल होनी ही नहीं चाहिए, इसकी जांच करेंगे कि वक्फ बोर्ड ने उनको नोटिस कैसे दिए। वक्फ बोर्ड के CEO को जल्द ही महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने विस्तृत रिपोर्ट के साथ पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पूरा डाटा लेकर सत्यता की जांच की जाएगी।
सरकार किसानों के साथ
प्यार खान ने कहा कि सरकार किसान विरोधी नहीं है, किसानों का साथ देने वाली सरकार है, उनके साथ न्याय होगा। यदि वक्फ बोर्ड के कोई भी अधिकारी इसमें शामिल होगा तो उसे पर कार्यवाही की जाएगी। वक्फ बोर्ड का कोई भी अधिकारी या अन्य कोई भी लोग इस गलत एक्टिविटीज में शामिल होंगे तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। यदि इन किसानों में कोई माइनॉरिटी का किसान होगा और वे शिकायत लेकर आते है तो दो-तीन दिनों में ही उसका मामला सॉल्व कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज किसानों से खुद वह बात करने वाले हैं, यदि किसानों की जमीन है तो सरकार उनके साथ है, उनकी जमीन कोई नहीं ले सकता। दो-तीन दिनों में मामले की जांच कर इसका हल जरूर निकाला जाएगा।