मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे जीवित होते तो महाराष्ट्र का मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य कुछ और होता। दिवंगत मुंडे और प्रमोद महाजन को शिवसेना और भाजपा के बीच गठबंधन के वास्तुकार के रूप में माना जाता था, जिसने 1995 में महाराष्ट्र में अपनी पहली संयुक्त सरकार बनाई थी। मुंडे ने 1995-1999 में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री का पद संभाला था।
राउत ने पत्रकारों से कहा, ‘‘गोपीनाथ मुंडे ने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की थी कि शिवसेना और भाजपा के बीच गठबंधन न केवल जारी रहे बल्कि मजबूत बना रहे। भाजपा में मुंडे के कद का कोई नेता नहीं है जिसके साथ कोई बातचीत कर सके। वह राज्य की राजनीति और शिवसेना को बहुत अच्छी तरह समझते थे।’’ मुंडे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार दोनों का जन्मदिन 12 दिसंबर को होता है।
राउत की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए, मुंडे की बेटी और महाराष्ट्र की पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा, ‘‘यहां तक कि मुझे भी लगता है कि बालासाहेब ठाकरे और मुंडे जी आसपास होते, तो राजनीतिक परिदृश्य अलग होता। कोई भविष्य में इसके बारे में सकारात्मक सोच सकता है।’’
मुंडे का जून 2014 में दिल्ली में एक सड़क हादसे में निधन हो गया था। शरद पवार के बारे में राउत ने कहा कि देश में वैकल्पिक विपक्षी गठबंधन बनाने संबंधी कार्य में पवार की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में रक्षा और कृषि क्षेत्रों में पवार का योगदान बहुत बड़ा है। पवार के बिना महा विकास आघाड़ी (एमवीए) प्रयोग संभव नहीं होता।’’