A
Hindi News महाराष्ट्र महाराष्ट्र में गणपति भक्तों को गलत लोकेशन पर ले जा रहा गूगल मैप , 100 किलोमीटर दूर पहुंच रहे लोग

महाराष्ट्र में गणपति भक्तों को गलत लोकेशन पर ले जा रहा गूगल मैप , 100 किलोमीटर दूर पहुंच रहे लोग

महड़ और महाड़ के बीच की दूरी 100 किलोमीटर है। कई भक्त महाड़ पहुंचकर लोगों से गणपति मंदिर का रास्ता पूछते हैं। इसके बाद उन्हें पता चलता है कि मंदिर 100 किलोमीटर दूर है।

Mahad- India TV Hindi Image Source : INDIA TV महाड का साइन बोर्ड

महाराष्ट्र में एक जैसे नाम होने के कारण गूगल मैप इस्तेमाल करने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। यहां महड़ और महाड़ दो अलग जगहें हैं, लेकिन अंग्रेजी में दोनों का नाम एक जैसा है। गूगल मैप में दोनों जगहों का नाम (MAHAD) है। इस वजह से लोगों को खासी परेशानी हो रही है। लोग गूगल मैप को लेकर कंफ्यूज हो रहे हैं। दो अलग-अलग लोकेशन की स्पेलिंग अंग्रेजी में एक जैसी होने के चलते कहीं और पहुंच रहे हैं।

महड़ में गणपति मंदिर है और भक्त यहां पहुंचने के लिए गूगल मैप में महड़ (MAHAD) सर्च करते हैं। हालांकि, एक जैसी स्पेलिंग होने के कारण महाड़ (MAHAD) पहुंच जाते हैं। महड़ और महाड़ के बीच की दूरी लगभग 100 किलोमीटर की है। महड़ में अष्टविनायक गणपति मंदिर है। फिलहाल इस क्षेत्र में कई ऐसे नागरिक देखने को मिल रहे हैं, जो लगभग 100 किलोमीटर दूर जाकर मंदिर का रास्ता पूछते हैं।

मुंबई के पास हैं दोनों जगहें

महाड़ रायगढ़ जिले में स्थित एक नगर है। यह उत्तरी कोंकण क्षेत्र में, मुम्बई से 167 किमी की दूरी पर बसा हुआ है। यहां रायगढ़ दुर्ग है, जो छत्रपति शिवाजी महाराज ने बनवाया था। यहीं 1674 में उनका राज्याभिषेक हुआ था। इसके बाद यह नगर उनकी राजधानी भी रहा। वहीं, महड़ मुंबई के पास बसा एक छोटा शहर है। महाड़ की तुलना में यह मुंबई के ज्यादा पास है। यह रायगढ़ जिले के खालापुर तालुका में है। लोनावाला, मुंबई और पुणे से यह जगह बेहद करीब है। श्री वरदविनायक गणपति मंदिर को श्री वरदविनायक महड़ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भगवान गणेश के अष्टविनायक मंदिरों में से एक है।