पाकिस्तानी लड़कियों के हनीट्रैप में फंसा था गौरव पाटिल, नौसेना से जुड़ी ढेरों गुप्त जानकारियां की थीं साझा
हनीट्रैप मामले की जांच के दौरान, महाराष्ट्र एटीएस को पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) और गिरफ़्तार आरोपी गौरव अर्जुन पाटिल के बीच 900 चैट मिले हैं। इनमें उसने कई गुप्त और क्लासीफाइड जानकारियां साझा की थीं।
मुंबई: हनीट्रैप मामले की जांच के दौरान महाराष्ट्र एटीएस को पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) और गिरफ़्तार आरोपी गौरव अर्जुन पाटिल के बीच 900 चैट मिले हैं। एजेंसी को इन चैट को देखने पर पता चला कि नेवल डॉकयार्ड पर ट्रेनी सिविल अप्रेंटिस का काम करने वाले गौरव पाटिल ने कई संवेदनशील जानकारी साझा की थीं।
पायल एंजेल के साथ फेसबुक पर हुई थी दोस्ती
सूत्रों ने बताया की गौरव पाटिल एक पीआईओ एजेंट के हनी ट्रैप में फंस गया। जिसने फेसबुक पर खुद का नाम पायल एंजेल बताया था। गौरव को निशाना बनाने के लिए पीआईओ एजेंट ने उसके बारे में जानकारी इकट्ठा की थी। गौरव ने अपने आपको नेवल शिपयार्ड का कर्मचारी बताया था। पीआईओ एजेंट ने उससे नौसेना, जहाजों और युद्धपोतों के संदर्भ में जानकारी इकट्ठा करनी शुरू की थी।
युद्धपोतों और पनडुब्बियों के बारे में जानकारी साझा की
सूत्रों ने बताया कि अपनी बातचीत के दौरान, एंजेल ने डॉकयार्ड जेट्टी पर खड़े युद्धपोतों और पनडुब्बियों के बारे में पूछताछ की। डबल चेक करने के किए एंजेल ने पाटिल को उन युद्धपोतों और पनडुब्बियों की तस्वीरें भेजी और फिर पूछा की क्या ये वही युद्धपोत या पनडुब्बी खड़ी हैं। इसके साथ ही उनके आगमन और शिपयार्ड पर उनके रहने की अवधि के बारे में पूछताछ की।
एक और पाकिस्तानी एजेंट के जाल में फंसा हुआ था गौरव
इसके साथ ही गौरव को एक और पीआईओ एजेंट आरती शर्मा ने भी हनी ट्रैप में फंसाया। आरती ने खुद को दुबई की रहने वाली बताया। उसने भी पाटिल से फेसबुक के माध्यम से संपर्क किया और बाद में व्हाट्सएप पर बातें करने लगे। सूत्रों के मुताबिक, गौरव का मानना था कि वह दोनों महिलाओं को डेट कर रहा है और जल्द ही उनसे मिलने की उम्मीद कर रहा था। वह इस बात से अनजान था कि दोनों पीआईओ एजेंट थीं।
उपकरणों के बारे में भी लेती थीं जानकारी
ATS ने जांच में यह भी पाया की ये महिलाएं उसे उपकरणों की तस्वीरें भेजती थीं और क्या वो उपकरण वहां खड़े जहाजों या पनडुब्बियों में लगाया गया है या नहीं इसकी पुष्टि करने को कहा करती थीं। सूत्रों का दावा है कि उन्होंने जेट्टी पर खड़े युद्धपोतों और पनडुब्बियों, उनकी उपस्थिति के पीछे के कारणों, कौन से जहाजों का परीक्षण चल रहा था, और उनके उपकरणों के अपग्रेड से जुड़ी जानकारी भी मांगी।
दोनों महिलाएं मिलकर करती थीं काम
दोनों महिला एजेंटों ने पाटिल की लंबी बातचीत होती थी। इसके साथ ही पाटिल जो जानकारी दे रहा है वो सही है इसकी पुष्टि करने के लिए दोनों महिलाएं मिलकर काम करती थीं। इसके साथ ही यह सुनिश्चित करती थीं कि कहीं गौरव किसी एजेंसी के लिए काम करते हुए उन्हें ही (पाकिस्तानी महिला एजेंट) गुमराह तो नहीं कर रहा है। इसलिए एंजेल द्वारा मांगी गई जानकारी कुछ दिनों बाद शर्मा भी मांगती थी। सूत्रों के मुताबिक, गौरव को नवंबर 2022 में नौसेना डॉकयार्ड में ट्रेनी अप्रेंटिस के रूप में नियुक्त किया गया था और वह मई 2023 से अक्टूबर 2023 के बीच एंजेल और शर्मा के संपर्क में था।