Ganpati Bappa morya: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार सुबह दक्षिण मुंबई में स्थित अपने आधिकारिक आवास 'वर्षा' में भगवान गणेश का स्वागत किया। दस दिवसीय गणेश उत्सव के पहले दिन मुख्यमंत्री शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे सहित अन्य नेताओं ने भी अपने घरों में गणेश स्थापना की।
शिंदे ने अपनी पत्नी लता, बेटे और लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे तथा अपने पोते रुद्रांश के साथ गणपति की पूजा की। मुख्यमंत्री सचिवालय ने एक बयान में कहा कि शिंदे ने राज्य के लोगों की खुशी और सुख शांति के लिए भगवान से आशीर्वाद मांगा। बाद में शिंदे परिवार ने ठाणे स्थित अपने निजी आवास पर भी गणेश प्रतिमा स्थापित की।
उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने भी दक्षिण मुंबई में अपने आधिकारिक आवास 'सागर' में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की। पत्रकारों से बात करते हुए, फडणवीस ने कहा कि वह खुश हैं कि इस साल गणेशोत्सव मुंबई समेत पूरे राज्य में उसी हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा था, जैसा कोरोना वायरस महामारी से पहले मनाया जाता था। विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर लोगों को बधाई दी।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मध्य मुंबई के दादर में अपने नए आवास 'शिवतीर्थ' में प्रतिमा स्थापित की। ठाकरे को अपने बेटे अमित, बहू और पोते की भगवान से प्रार्थना करते हुए एक फोटो अपने मोबाइल फोन पर खींचते देखा गया। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने अपने आवास पर भगवान की पूजा अर्चना की।
पुणे में गणेशोत्सव शुरू, 'मंडलों' ने निकालीं विशाल शोभायात्रा
महाराष्ट्र के पुणे में बुधवार को गणेश चतुर्थी उत्सव की पूरे धूमधाम से शुरुआत हुई। प्रमुख गणेश मंडलों एवं समूहों ने भगवान गणपति के स्वागत के लिए विशाल शोभायात्रा निकालीं। शहर के विभिन्न हिस्सों में सुबह करीब 10 बजे शुरू हुईं शोभा यात्राओं में पारंपरिक ढोल-ताशा (ड्रम) बजाने वाली मंडली भी शामिल हुई। गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के कारण बीते दो वर्षों के दौरान शोभा यात्राओं पर प्रतिबंध के कारण गणेश उत्सव सादे तरीके से ही मनाया जा रहा था। भव्य शोभा यात्रा के बाद पंच केदार मंदिर की प्रतिकृति के रूप में बनाए गए एक पंडाल में श्रीमंत दगड़ूशेठ हलवाई गणपति की ‘प्राणप्रतिष्ठा’ की गई। कस्बा, ताम्बड़ी जोगेश्वरी, गुरुजी तालीम, तुलसीबाग और केसरीवाड़ा में बनाए गए पंडालों में भी भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की गयी और बड़ी धूमधाम से शोभा यात्रा निकाली गयी।