मुंबई में नकली कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट बनाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह मुंबई के पश्चिमी उपनगरों से संचालित होता था। ये गिरोह हर सर्टिफिकेट के लिए 1500 रुपए चार्ज करता था और कोविड वैक्सिनेशन सेंटर,कोविड असपतालों के इर्द-गिर्द घूम कर अपने शिकार को पकड़ते हैं, खासकर ऐसे लोग जिन्हें या तो वैक्सीन लेने में डर लगता है या अर्जेंट विदेश या मुंबई के बाहर जाना है। ऐसे लोगों को कंप्यूटर के जरिये फेक वैक्सीन सर्टिफिकेट बनवाकर मोटी कमाई किया करते थे।
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गोरेगांव से इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और इस मामले में और भी आरोपियों की तलाश जारी है। गोरेगांव वेस्ट के इस गैंग के पहले मुंबई पुलिस ने धारावी, सायन और माटुंगा इलाके में फेक वैक्सीन सर्टिफिकेट बनाने वाले गैंग को पकड़ा था। वहीं, पालघर जिले के नालासोपारा में वसई क्राइम ब्रांच ने भी यूपी के एक अरोपी को अरेस्ट किया जो यूपी, बिहार जाने वाले लोगों को फेक वैक्सीन सर्टिफिकेट बनाकर देता था।
नवी मुंबई और ठाणे में भी पिछले दिनों ऐसी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मुंबई पुलिस ने बताया कि बीते 24 घंटे में उसके 28 जवान कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद मुंबई पुलिस में एक्टिव केस की संख्या 1 हजार 273 पहुंच गई है। महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 43,697 मामले सामने आए जो कि एक दिन पहले सामने आए मामलों से 10 प्रतिशत ज्यादा थे। इसके साथ ही ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमण के 214 नए मामले सामने आए। वहीं, पड़ोसी राज्य गुजरात में संक्रमण के 20,966 नए मामले सामने आए जो कि राज्य में अब तक सामने आए दैनिक मामलों की सर्वाधिक संख्या है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले एक दिन में राज्य में कोविड-19 से 49 मरीजों की मौत हो गई। वर्तमान में महाराष्ट्र में 23,93,704 मरीज घर पर पृथक-वास में हैं और 3,200 संक्रमित संस्थागत पृथक-वास में हैं।