मुंबई. देश में कोरना संक्रमण के खिलाफ जंग चल रही है, अभी हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर्स के अलावा 45 साल से ऊपर वाली उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। आने वाले 1 मई से 18 साल से ऊपर के आयु वर्ग के लोग भी कोरोना वैक्सीन लगवा सकेंगे। इस बीच महाराष्ट्र से राज्य के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के 22 साल के भतीजे की कोरोना वैक्सीन डोज लेते हुए फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है, जिसके बाद फडणवीस पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर यूजर्स ये सवाल कर रहे हैं कि जब अभी तक सिर्फ 45 साल से ऊपर के लोग और हेल्थ व फ्रंट लाइन वर्कर्स ही कोविड वैक्सीन लगवा सकते हैं तो देवेंद्र फडणवीस के भतीजे तनमय ने कोविड वैक्सीन कैसे लगवा ली। अंग्रेजी अखबर हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक, तनमय फडणवीस ने इंस्टाग्राम पर वैक्सीन लगवाते हुए अपनी फोटो शेयर की है। मामले से परिचित लोगों की मानें, तो तनमय ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज मुंबई और दूसरी डोज नागपुर के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में लगवाई।
राज्य में सत्ताधारी महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री नितिन राउत ने इस मामले में जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, " जब पात्र व्यक्ति (45+) टीकाकरण के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो एक भाजपा नेता का रिश्तेदार, जो मुश्किल से 22 साल का है कैसे कोरोना वैक्सीन की डोज लगवा सकता है।" उन्होंने कहा कि इस तरह के "पक्षपात" में शामिल व्यक्तियों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए।
इस मसले पर जब देवेंद्र फडणवीस के कार्यालय से संपर्क किया गया तो उन्होंने खुद आश्चर्य जताया। भाजपा के मीडिया सेल में काम करने वाले केतन पाठक ने कहा कि जब यह तस्वीर सोशल मीडिया पर दिखाई दी तो हम खुद हैरान रह गए कि कैसे एक 22 साल के लड़के को टीका लगाया जा सकता है। यहां तक कि जब हम सोशल मीडिया में सामने आए तो हैरान रह गए कि 22 साल के लड़के को कैसे टीका लगाया गया। इस मसले पर जब तनमय की दादी और भाजपा की सीनियर नेता फडणवीस से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "क्या टीका लगवाना पाप है?"