केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा एलान, कहा- देशभर में जल्द शुरू किए जाएंगे एथेनॉल के पंप
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जल्द ही किसानों के बेटे पेट्रोल पर नहीं बल्कि एथेनॉल पर चलने वाली मोटरसाइकिल, ऑटो रिक्शा और कार चलाएंगे।
नागपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश में जल्द ही एथेनॉल के पंप भी शुरू किए जाएंगे। गडकरी ने नागपुर में एग्रो विजन प्रदर्शनिक उद्घाटन के दौरान कहा कि एथेनॉल के ये पंप देश में पेट्रोल पंपों पर ही लगाए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री ने किसानों के पैदावार की कीमतों की समस्या पर बोलते हुए कहा, ‘हमारी समस्या यह है कि कपास सस्ता है और कपड़ा महंगा, संतरा सस्ता है और संतरे का जूस महंगा है ,आलू सस्ता है और चिप्स महंगा है। किसानों को भाव नहीं मिलता। हमारे देश में 1.5 लाख करोड़ रुपये का खाने का तेल आयात किया जाता है।’
‘किसाने के बेटे एथेनॉल से चलने वाली गाड़ी चलाएंगे’
गडकरी ने कहा कि भारत सरकार के इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंप्स पर जल्दी ही एथेनॉल के पंप भी शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के बेटे पेट्रोल पर नहीं बल्कि एथेनॉल पर चलने वाली मोटरसाइकिल, ऑटो रिक्शा और कार चलाएंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बाबा रामदेव ने नागपुर में संतरे की बड़ी यूनिट नागपुर में डाली है जो 2-3 महीने में शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस यूनिट में छोटे संतरों से जूस निकलेगा जिससे संतरा उत्पादक किसानों को अच्छा भाव मिलेगा। बता दें कि गडकरी ने हाल ही में कहा था कि सरकार इस साल के अंत तक नेशनल हाइवे को गड्ढा-मुक्त करने की नीति पर काम कर रही है।
‘नेशनल हाइवे को गड्ढामुक्त करने के लिए बन रही पॉलिसी’
केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि बारिश की वजह से राजमार्गों को नुकसान होने और गड्ढे बनने की आशंका को देखते हुए मंत्रालय सभी नेशनल हाइवे का सुरक्षा ऑडिट कर रहा है। गडकरी ने कहा था, ‘यह सुनिश्चित करने के लिए एक नीति बनाई जा रही है कि राष्ट्रीय राजमार्ग गड्ढों से मुक्त हों। इस परियोजना को सफल बनाने के लिए युवा इंजीनियरों को साथ लिया जाएगा।’ इस मौके पर सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने कहा था कि मंत्रालय ने 1,46,000 किलोमीटर लंबे समूचे राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क की मैपिंग कर ली है और इस साल दिसंबर तक गड्ढों को हटाने के लिए प्रदर्शन-आधारित रखरखाव और अल्पकालिक रखरखाव अनुबंधों को सशक्त बनाया जा रहा है।