एकनाथ शिंदे शिवसेना विधायक दल के नेता चुने गए, कहा-जो कहते हैं उसे पूरा करते हैं
शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता चुनने से संबंधित प्रस्ताव को सभी 57 नवनिर्वाचित विधायकों का समर्थन मिला। पार्टी को शानदार विजय दिलाने के लिए शिंदे की सराहना की गई।
मुंबई: महाराष्ट्र में महायुति के घटक दल शिवसेना (शिंदे) के विधायक दल की बैठक हुई जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पार्टी के विधायक दल का नेता चुन लिया गया। शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता चुनने से संबंधित प्रस्ताव को मुंबई के एक होटल में आयोजित बैठक में सभी 57 नवनिर्वाचित विधायकों द्वारा सर्वसम्मति से पारित किया गया। तीन अन्य प्रस्ताव भी पारित किए गए, जिनमें पार्टी को शानदार विजय दिलाने के लिए शिंदे को सराहा गया, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया गया और महायुति गठबंधन पर विश्वास जताने के लिए महाराष्ट्र की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
लाडली बहन योजना सुपरहिट
एकनाथ शिंदे ने कहा कि लाडली बहन योजना सुपरहिट हुई है। कुछ लोग तो इसकी लहर में चक्कर खाकर गिर गए। उन्होंने कहा कि विरोधियों के पास तो विरोधी पक्ष नेता बनाने का भी संख्या बल नहीं है। शिंदे ने कहा कि यह लाडला भाई आपके साथ है। इस योजना को शुरू करने के पहले आप सभी के बारे में सोचा गया। अब हम आपको 2100 भी देंगे। उन्होंने कहा कि हमारी प्यारी बहनों ने हम पर विश्वास किया कि हम जो कहते हैं उसे पूरा करते हैं। हमने सिर्फ 1500 रुपये देना बंद नहीं किया बल्कि हमने लाडली बहन योजना के विस्तार के रूप में 2100 रुपये देने का भी वादा किया।
यह अप्रत्याशित जीत है
एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह अप्रत्याशित जीत है। इस चुनाव में सभी को मौका मिला। उन्होंने कहा कि हम 67 तक जा सकते थे। हमें अब अपनी ताकत बढ़ानी होगी। कुछ विधायकों ने कहा कि हम आपके चेहरे की वजह से जीते हैं, इस पर शिंदे ने कहा कि हमारा काम प्रगति पर है।
शिंदे को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए : केसरकर
उधर, महाराष्ट्र सरकार के राज्यमंत्री और शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने कहा कि पार्टी विधायकों का मानना है कि एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में काम करना जारी रखना चाहिए। महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन के प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करने के एक दिन बाद, केसरकर ने मुंबई में शिंदे के आवास पर उनसे मुलाकात की। महायुति गठबंधन में शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के अलावा भाजपा ओर अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल है।
केसरकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शिवसेना विधायकों का मानना है कि शिंदे को पद पर बने रहना चाहिए, क्योंकि उनके नेतृत्व में महायुति ने बहुत अच्छा काम किया और चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया।’’ हालांकि, उन्होंने कहा कि शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (भाजपा) और अजित पवार (राकांपा) मुख्यमंत्री के मुद्दे पर सर्वसम्मति से निर्णय लेंगे। सावंतवाड़ी निर्वाचन क्षेत्र से एक और कार्यकाल जीतने वाले केसरकर ने कहा, ‘‘जो भी निर्णय होगा, वह महाराष्ट्र के हित में होगा।’’
राज्य विधानसभा चुनाव में फडणवीस के नेतृत्व वाली भाजपा द्वारा 288 में से सर्वाधिक 132 सीट जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी थीं। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 57 सीट मिली थीं। फडणवीस ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी तरह के विवाद से इनकार करते हुए कहा कि महायुति के नेता मिलकर इस मुद्दे पर फैसला लेंगे। (इनपुट-भाषा)