महाराष्ट्र की सियासत में आज एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला। चुनाव आयोग के फैसले से शिंदे गुट को बड़ी जीत मिली है। चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को वास्तविक शिवसेना के रूप में मान्यता दे दी। साथ ही शिवसेना का चुनाव चिन्ह् 'धनुष और बाण' भी एकनाथ शिंदे गुट को मिल गया है। इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अब ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर भी चेंज कर दी है।
चुनाव आयोग के फैसले पर क्या बोले शिंदे?
एकनाथ शिंदे ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शिवसेना के चुनाव चिन्ह् 'धनुष और बाण' को प्रोफाइल पिक्चर बना ली है। वहीं, चुनाव आयोग के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए सीएम शिंदे ने कहा, "आज निर्वाचन आयोग ने जो निर्णय लिया है, उसका मैं स्वागत करता हूं। यह लोकतंत्र की जीत है। हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे और धर्मवीर आनंद दिघे के विचारों की जीत है।"
उन्होंने आगे कहा, "यह मेरे साथ आने वाले विधायकों, सांसदों और हजारों शिवसैनिकों की जीत है। मैं निर्वाचन आयोग को धन्यवाद देता हूं। लोकतंत्र में बहुमत का महत्व होता है। यह बालासाहेब की विरासत की जीत है। हमारी शिवसेना वास्तविक है। हमने बालासाहेब के विचारों को ध्यान में रखते हुए पिछले साल महाराष्ट्र में सरकार बनाई।"
किस आधार पर EC ने लिया ये फैसला
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 67 में से 40 विधायकों का समर्थन शिंदे गुट के पास है। इसके अलावा संसद में 13 सांसद शिंदे गुट के साथ और 7 उद्धव ठाकरे गुट के साथ हैं। चुनाव आयोग ने इसी आधार पर शिंदे गुट के पक्ष में फैसला दिया है।
बता दें कि पिछले साल जून में एकनाथ शिंदे ने तख्तापलट किया था, तब शिवसेना पार्टी दो गुटों में बंट गई थी। पार्टी उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के समर्थकों के बीच बंट गई थी। शिंदे गुट की बगावत के बाद महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बाद में एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली। एकनाथ शिंदे ने सीएम और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम के पद पर शपथ ली थी।
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