A
Hindi News महाराष्ट्र Eknath Shinde: शिवसेना को MVA के अजगर से आजाद कराने की लड़ाई लड़ रहा हूं- शिवसैनिकों को शिंदे का संदेश

Eknath Shinde: शिवसेना को MVA के अजगर से आजाद कराने की लड़ाई लड़ रहा हूं- शिवसैनिकों को शिंदे का संदेश

Eknath Shinde: महाराष्ट्र में जारी सत्ता संकट में हर पल घटनाक्रम बदल रहा है। अब इस बीच शिवसेना से बगावत के मास्टरमाइंड एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान सामने आया है।

Shiv Sena MLA and Maharashtra Minister Eknath Shinde- India TV Hindi Image Source : PTI Shiv Sena MLA and Maharashtra Minister Eknath Shinde

Highlights

  • शिवसेना से बगावत के मास्टरमाइंड शिंदे का बयान
  • एकनाथ शिंदे ने महा विकास अघाड़ी को अगजर बताया
  • ये लड़ाई शिवसैनिकों के हित के लिए समर्पित है- शिंदे

Eknath Shinde: महाराष्ट्र में जारी सत्ता संकट में हर पल घटनाक्रम बदल रहा है। अब इस बीच शिवसेना से बगावत के मास्टरमाइंड एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान सामने आया है। शिंदे ने अपने ट्वीट में महा विकास अघाड़ी को अगजर बताया है। उन्होंने शिवसैनिकों के नाम संदेश में कहा कि यह लड़ाई शिवसेना और शिवसेना के हित के लिए समर्पित है।

प्रिय शिवसैनिकों...

शिवसेना विधायक और महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया, "प्रिय शिवसैनिकों... अच्छी तरह से समझो और MVA (महा विकास अघाड़ी) के खेल को पहचानो! मैं शिवसेना और शिवसैनिकों को MVA के अजगर के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहा हूं। यह लड़ाई आप शिवसैनिकों के हित के लिए समर्पित है.... आपका एकनाथ संभाजी शिंदे।"

एकनाथ शिंदे और अन्य बागियों के मंत्री पद पर खतरा

बता दें कि एकनाथ शिंदे और उनके साथ बगावत में शामिल हुए बाकी विधायकों के मंत्री पद के जाने का खतरा मंडरा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल के पास शिवसेना उन सभी विधायकों के नाम भेज सकती है जिन्हें मंत्री पद से हटाने की तैयारी की जा रही है। सूत्रों की मानें तो इनमें नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, कृषि मंत्री दादा भूसे, जल आपूर्ति मंत्री गुलाबराव पाटिल, गृह राज्य मंत्री शंभुराज देसाई, मंत्री संदीपान भूमरे, पशुपालन राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार और शिक्षा राज्य मंत्री बच्चू कड़ू शामिल हैं।

शिवसेना की कार्यकारिणी बैठक में अहम प्रस्ताव पास

महाराष्ट्र में जारी सत्ता संघर्ष के बीच आज मुंबई में शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इस बैठक में कई अहम प्रस्ताव पास हुए। पहले प्रस्ताव में कहा गया है कि शिवसेना में सभी तरह के निर्णय लेने के सभी अधिकार पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे के पास रहेंगे। दूसरा में कहा गया कि बालासाहेब ठाकरे और शिवसेना के नाम का इस्तेमाल कोई अन्य नहीं कर सकता है। तीसरे प्रस्ताव में कहा गया कि पार्टी से गद्दारी करने वालों पर कार्रवाई करने का अधिकार भी उद्धव ठाकरे के पास होगा।