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Hindi News महाराष्ट्र क्या हुई कार्रवाई, क्या दिए निर्देश? बदलापुर कांड पर CM शिंदे का बयान, आंदोलन को बताया- पॉलिटिकली मोटिवेटेड

क्या हुई कार्रवाई, क्या दिए निर्देश? बदलापुर कांड पर CM शिंदे का बयान, आंदोलन को बताया- पॉलिटिकली मोटिवेटेड

बदलापुर में दो बच्चियों के साथ हुई शर्मनाक घटना के बाद हुए आंदोलन को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने पॉलिटिकली मोटिवेटेड करार दिया है। सीएम शिंदे ने कहा कि माझी लाडकी बहिन योजना की सफलता से विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है, जिसकी वजह से मंगलवार को बदलापुर में आंदोलन किया गया था।

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे- India TV Hindi Image Source : PTI महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे

महाराष्ट्र के बदलापुर में बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न की हुई शर्मनाक घटना पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बयान दिया है। उन्होंने सतारा में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि सरकार की भूमिका मैंने कल ही स्पष्ट कर दी है। जो घटना हुई है वह बहुत दुख देने वाली है। छोटे बच्चे के साथ जो हुआ है यह बहुत पीड़ादायक है। जो आरोपी है उसे कड़ी से कड़ी सजा हो ऐसे निर्देश मैंने कल ही पुलिस कमिश्नर को दिए हैं और इस बारे में काम भी शुरू है। उस आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है और कठोर से कठोर कानूनी धारा लगाने के निर्देश भी मैंने दिए हैं। इसके साथ ही इस केस को फास्ट ट्रैक पर लिए जाने की भी सूचना भी मैंने दी है। 

सीएम शिंदे कहा, "इस केस में हम स्पेशल पीपी अप्वॉइंट कर रहे हैं। साथ ही SIT का भी निर्माण किया गया है। इस बारे में लोगों ने बताया कि पुलिस ने भी इसमें गड़बड़ी की है तो हमने पुलिस के खिलाफ भी कार्रवाई की है। हमने इस मामले में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक और दूसरे कर्मचारियों को निलंबित किया है। पीड़ित परिवार के साथ और पीछे सरकार खड़ी है। जो भी उस परिवार को जरूरत होगी सरकार पूरा करेगी। संस्था चालक की जांच करने के भी मैं आदेश दिए हैं। बच्चियों को हैंडल करने के लिए महिलाएं ही चाहिए और जो लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं उस हर संस्था पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।"

"जहां बच्चियां पढ़ रहीं वहां ज्यादा ध्यान देने की जरूरत"

उन्होंने कहा, "स्पॉट पर शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर भी गए थे, मंत्री गिरीश महाजन भी गए थे। साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो उसके लिए जो भी नॉर्म्स और नियम है उसको और भी कड़े किए जाएंगे। जहां-जहां बच्चियां शिक्षा ले रही हैं वहां पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। इस बारे में भी मैंने कल निर्देश दिए हैं। भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा ना हो, इसके लिए इस मामले को फास्ट ट्रैक में चलाकर कड़ी से कड़ी सजा मिली, तब एक मैसेज जाएगा और फिर इस तरीके का कुकृत्य कोई नहीं करेगा।"

"गाड़ियां भर-भरकर आंदोलनकारी दूसरे जगह से वहां पर आए"

उन्होंने आगे कहा, "लेकिन कल लाखों प्रवासियों को दिक्कत उठानी पड़ी। 8 से 9 घंटे रेल कल बंद थी, यह नहीं होना चाहिए था। ट्रेन में लाखों लोग सफर करते हैं उसमें भी छोटे बच्चे रहते हैं, महिलाएं होती हैं, बुजुर्ग होते हैं, इसीलिए मैं कहता हूं कि कल का जो आंदोलन था वह पॉलिटिकली मोटिवेटेड था। इसके पीछे कारण यह है कि इतनी जल्दी जब आंदोलन रूप लेता है, तो उसमें स्थानीय लोग होते हैं, लेकिन कल गाड़ियां भर-भरकर आंदोलनकारी दूसरे जगह से वहां पर आए थे। वहां मंत्री महोदय पहुंचकर उनकी सारी मांगे मान ली, फिर भी वह हटने का नाम नहीं ले रहे थे। मतलब यह है कि वह सरकार को बदनाम करना चाहते थे। 8-9 घंटे तक रेलवे को रोकना, देश का नुकसान करना, रेलवे की संपत्ति का नुकसान है। राजनीति करने के लिए कई दूसरी जगह है और खूब सारे इश्यूज भी हैं, आप वहां राजनीति कीजिए। यहां छोटी बच्चियों के साथ पीड़ादायक घटना घटी है और वहां पर राजनीति की जा रही है। जिसने भी राजनीति की है उसे शर्म आनी चाहिए।"

"माझी लाडकी बहिन योजना की वजह से उनके पेट में दर्द"

शिंदे ने कहा, "मैं यही कह रहा हूं कि उस जगह पर गाड़ियां भर-भरकर लोग आए और आंदोलन किया। सारा कुछ सीसीटीवी में है और मीडिया के फुटेज में है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। जो लोग आए थे वह मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना का बोर्ड लेकर खड़े थे। ऐसा कोई आंदोलन होता है क्या? बोर्ड छापकर लेकर आए थे और ऐसा लिखा था कि लाडकी बहिन का पैसा नहीं चाहिए, बेटियों को सुरक्षित कीजिए। इस राज्य के बहनों को सुरक्षा देने का काम हमारा है, सरकार का है और इसके लिए जो भी करना है वह सरकार करेगी, किसी को छोड़ेगी नहीं। इसमें जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी, लेकिन विरोधियों से मुझे बस इतना ही कहना है कि मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना की वजह से उनके पेट में जो दर्द हो रहा है, वह कल के आंदोलन में दिखा।"

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