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Hindi News महाराष्ट्र उद्धव गुट के संपर्क में एकनाथ शिंदे के विधायक, ठाकरे गुट ने कहा- विधायक हैं बेचैन

उद्धव गुट के संपर्क में एकनाथ शिंदे के विधायक, ठाकरे गुट ने कहा- विधायक हैं बेचैन

शिंदे गुट के नाराज विधायकों का कहना है कि हम पहले जहां थे वहीं अच्छे थे। मातोश्री से माफी मांगकर लौटना चाहते हैं। इस मामले पर अंतिम फैसला उद्धव ठाकरे को लेना है।

eknath shinde mla contacted Uddhav Thackeray group to rejoin party shivsena Thackeray group claims- India TV Hindi Image Source : PTI उद्धव गुट के संपर्क में एकनाथ शिंदे के विधायक

एनसीपी चीफ शरद पवार से बगावत कर उप मुख्यमंत्री बने अजित पवार का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि उद्धव ठाकरे गुट ने बड़ा दावा किया है। उद्धव ठाकरे की पार्टी का कहना है कि एकनाथ शिंदे गुट के 8-10 विधायकों ने उनसे संपर्क किया है। ये विधायक वापस उद्धव ठाकरे की पार्टी में लौटना चाहते हैं। पार्टी का कहना है कि अजित पवार के एकनाथ शिंदे और भाजपा के साथ आने के बाद से शिंदे गुट के विधायक बेचैन हैं और बातचीत चल रही है। शिंदे गुट के नाराज विधायकों का कहना है कि हम पहले जहां थे वहीं अच्छे थे। मातोश्री से माफी मांगकर लौटना चाहते हैं। इस मामले पर अंतिम फैसला उद्धव ठाकरे को लेना है। 

उद्धव गुट के संपर्क में शिंदे गुट के विधायक?

इससे पहले ऐसी खबरें आ रही थीं कि अजित पवार के एकनाथ शिंदे गुट व भाजपा के साथ शामिल होने के बाद से एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों में नाराजगी है। हालांकि इस बाबत कल हुई बैठक के बाद साफ कर दिया गया कि राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस्तीफा नहीं देंगे। उनके ही नेतृत्व में राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ा जाएगा। इस मामले पर शिंदे गुट के नेता उदय सामंत ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा। शिंदे गुट ने नाराजगी को लेकर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। 

क्या इस्तीफा देंगे एकनाथ शिंदे?

शिंदे गुट के एक अन्य नेता मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि सीएम शिंदे के इस्तीफे पर सवाल ही नहीं उठता है। हमारे पास 200 से अधिक विधायकों का समर्थन है। हमारा कोई भी नेता नाराज नहीं है। उदय सामंत ने मीटिंग को लेकर कहा कि इस मीटिंग में पार्टी को मजबूत करने को लेकर चर्चा की गई है। साथ ही जल्द ही कैबिनेट विस्तार पर चर्चा की गई है। हमारे गठबंधन के तीनों दल शिवसेना शिंदे गुट, अजित पवार गुट और भाजपा मिलकर इसका फैसला करेंगे।