Eknath Shinde: एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इससे पहले गुरुवार की शाम जैसे ही एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा की गई, शिवसेना के बागी विधायकों में खुशी छा गई। शिवसेना के बागी विधायक गुवाहाटी से आने के बाद अभी भी गोवा में डेरा डाले हुए हैं और सीएम के तौर पर जैसे ही उनके नेता एकनाथ शिंदे के नाम की घोषणा हुई, उन्हें पणजी में ताज रिजॉर्ट और कन्वेंशन सेंटर में डांस करते देखा गया। शिंदे गुरुवार को गोवा से मुंबई के लिए रवाना हुए थे। हालांकि, उनके समूहों के सदस्य अभी भी गोवा में हैं। उन्होंने नारेबाजी की और कहा कि वे होटल में डांस करते हुए एकनाथ शिंदे का समर्थन कर रहे हैं।
शिंदे के मुख्यमंत्री बनने से बहुत खुश हैं बागी विधायक
शिंदे ने मुंबई के बागी विधायकों को वर्चुअली संबोधित किया और कहा कि वह उन पर दिखाए गए विश्वास को कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने कहा, "हमारे विधायकों (बागी) के समर्थन से हम इस मुकाम तक पहुंच सके। यह एक वैचारिक लड़ाई है। एक तरफ सत्ता थी, सरकार थी और बड़े नेता थे और दूसरी तरफ मैं छोटा कार्यकर्ता था। लेकिन इन 50 विधायकों ने मुझ पर भरोसा किया। मैं उन्हें नहीं भूलूंगा। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि पिछले ढाई साल का 'अनुभव' (महा विकास अघाड़ी सरकार का) दोहराया नहीं जाएगा।" गोवा के होटल में ठहरे बागी विधायकों ने मीडियाकर्मियों से कहा कि वे नए राजनीतिक विकास और एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने से बहुत खुश हैं।
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गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे समेत सभी विधायक करीब 8 दिन तक ठहरे और वहीं से उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ाते रहे। महाराष्ट्र के राज्यपाल के उद्धव ठाकरे को बहुमत सिद्ध करने के आदेश के बाद शिंदे समेत सभी विधायक गुवाहाटी से गोवा पहुंचे। हालांकि उद्धव ठाकरे ने बहुमत सिद्ध करने से पहले ही इस्तीफा दे दिया और शिंदे गुट व बीजेपी के लिए सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया।
'बागी विधायकों को अपने फैसले पर अफसोस होगा'
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि बागी विधायकों ने अलग रास्ता चुन लिया और उन्हें इस फैसले पर अफसोस होगा। हालांकि हम नई सरकार की राह में रोड़ा नहीं बनेंगे और विपक्ष में रहकर एक सकारात्मक भूमिका निभाएंगे। शिवसेना के अधिकतर विधायकों के बगावत के बाद पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के एक दिन बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राउत ने यह बात कही।
'अब रास्ते अलग हैं...हम सकारात्मक विपक्ष की तरह काम करेंगे'
राउत ने कहा कि वह शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय भी जाएंगे जिसने उन्हें समन जारी किया है। उन्होंने कहा कि वह एजेंसी के सामने अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे। राउत ने कहा, ‘‘आपको (बागी नेताओं को) इसके लिए अफसोस होगा। एकनाथ शिंदे (बागी विधायकों के नेता) कट्टर शिवसैनिक थे और कई सालों तक उन्होंने पार्टी के लिए काम किया। चाहे वह (विधायक) गुलाबराव पाटिल, संदीपन भुमरे और अन्य (जिन्होंने शिंदे का पक्ष लिया) हो, उन्होंने पार्टी के लिए कार्य किया और उसके लिए संघर्ष किया...उन्होंने अपना रास्ता स्वयं चुना है।’’ उन्होंने कहा,‘‘हम उनके रास्ते में कोई बाधा उत्पन्न नहीं करेंगे। वे अपना गठबंधन (भाजपा के साथ) कर सकते हैं। हम अपना काम करेंगे। अब रास्ते अलग हैं...हम सकारात्मक विपक्ष की तरह काम करेंगे।’’
राउत ने ट्विटर पर शेयर की तस्वीर
संजय राउत ने ट्विटर पर एक भी तस्वीर शेयर की है उसके साथ लिखा है 'नेमके हेच घडले।' इसका मतलब है कि यह सच में हुआ है। राउत ने जो कार्टून शेयर किया है उसमें दिख रही तस्वीर उद्धव ठाकरे जैसी है। कार्टून के साथ दिखाने की कोशिश हुई है कि उनके पीठ पर धोखे से वार किया गया है। यहां निशाना एकनाथ शिंदे और शिवसेना के बागी विधायकों पर साधा गया।