'आने वाले महीनों में गिर जाएगी गद्दारों की सरकार', आदित्य ठाकरे के बयान पर हंगामा, जानें और क्या कहा
महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि ये सरकार आने वाले महीनों में गिर जाएगी और मध्यावधि चुनाव के लिए कार्यकर्ता तैयार रहें।
बालापुर: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे के सोमवार को दिए गए बयान के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। आदित्य ने कहा कि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार आने वाले महीनों में गिर जाएगी। आदित्य ने अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं से मध्यावधि चुनाव के लिए कमर कसने को भी कहा है। आदित्य ने अकोला जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
उन्होंने चार प्रमुख परियोजनाओं के महाराष्ट्र के बजाय अन्य राज्यों को चुनने को लेकर शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि राज्य ने 2.5 लाख लोगों के लिए संभावित रोजगार गंवा दिया है। बता दें कि आदित्य के पिता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में मध्यावधि चुनाव की संभावना के बारे में पिछले सप्ताह बात की थी।
मध्यावधि चुनाव करीब हैं: आदित्य
आदित्य ने कहा कि गद्दारों की यह सरकार आने वाले महीनों में निश्चित रूप से गिर जाएगी। मध्यावधि चुनाव करीब हैं। आदित्य ने राज्य के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें उन्हें छोटा पप्पू कहा गया था। उन्होंने कहा कि मैं छोटा पप्पू हो सकता हूं, लेकिन यदि नाम पुकारने से महाराष्ट्र की सेवा करने में मदद मिलती है, तो आप इसे करते रह सकते हैं। ये छोटा पप्पू आपको महाराष्ट्र में दौड़ा रहा है। मैं तुम्हें दौड़ाऊंगा क्योंकि महाराष्ट्र ने इस विश्वासघात (शिवसेना में विद्रोह जिसके कारण उद्धव ठाकरे सरकार गिर गई थी) को स्वीकार नहीं किया है।
आदित्य ने शिंदे को लेकर कही ये बात
शिंदे पर निशाना साधते हुए आदित्य ने कहा कि शिंदे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के देवेंद्र फडणवीस के बीच मुख्यमंत्री कौन है, इसकी पहचान नहीं की जा सकती। फडणवीस राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं। उन्होंने उद्धव ठाकरे के कार्यकाल और मौजूदा सरकार के बीच एक तुलना करने की कोशिश करते हुए कहा कि जब से महाराष्ट्र में असंवैधानिक सरकार बनी है, किसानों और युवाओं के मुद्दों को सुनने वाला कोई नहीं है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि बेमौसम बारिश से किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए राज्य में बेमौसम बारिश की स्थिति घोषित की जाए। शिंदे समर्थक उद्योग मंत्री उदय सामंत को आड़े हाथ लेते हुए आदित्य ने कहा कि उद्योग महाराष्ट्र के बजाय निवेश के लिए दूसरे राज्यों को चुन रहे हैं। आदित्य ने सामंत की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के लिए सबसे खराब काम किया है।