महाराष्ट्र में महायुति को मिली जीत के बाद अब सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। इस बीच दिल्ली में महायुति के नेताओं की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संग बैठक हुई। इस बैठक में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे। इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार तीनों नेता पहुंचे। इस बैठक के बाद महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस बैठक को अच्छी और सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा कि एक और बैठक होगी, जिसमें यह तय होने की उम्मीद है कि मुख्यमंत्री की भूमिका कौन संभालेगा। उन्होंने कहा कि बैठक अच्छी और सकारात्मक रही है। यह पहली बैठक थी। हमने अमित शाह और जेपी नड्डा से चर्चा की। महायुति की एक और बैठक होगी।
एकनाथ शिंदे बोले- लाड़ला भाई की उपाधि रखता है अधिक महत्व
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि अगली बैठक में इस बात पर फैसला होगा कि आखिर मुख्यमंत्री कौन होगा। दूसरी बैठक का आयोजन मुंबई में किया जाएगा। बता दें कि दिल्ली में महायुति के नेताओं और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा संग बैठक के बाद महायुति के नेता देर रात मुंबई के लिए रवाना हो गए। बता दें कि महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन पर चर्चा करने और विचार-विमर्श करने को लेकर ये नेता दिल्ली में एकत्रित हुए थे। इससे पहले एकनाथ शिंदे ने दोहराया कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई बाधा नहीं है। उनके लिए 'लाड़ला भाई' एक उपाधि है जो किसी अन्य चीज से कहीं अधिक महत्व रखता है।
देवेंद्र फडणवीस बोले- महायुति में कोई मतभेद नहीं
दिल्ली में आयोजित बैठक में एकनाथ शिंदे ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मैंने अपनी भूमिका को साफ कर दिया है। महायुति में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई बाधा नहीं है। यह 'लाड़ला भाई' दिल्ली आ चुका है। मेरे लिए लाड़ला भाई उपाधि है जो किसी भी अन्य पद से बड़ा है। बुधवार को एकनाथ शिंदे ने कहा था कि वह पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए किसी भी फैसले को वह स्वीकार करेंगे। वहीं देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कहा था कि महायुति गठबंधन में कोई आंतरिक मतभेद नहीं है। नेताओं से सलाह-मशविरा करने के बाद जल्द ही यह फैसला लिया जाएगा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।