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Hindi News महाराष्ट्र Eknath Shinde Dussehra Rally: 'मुझे कटप्पा कहा, वो भी स्वाभिमानी था, लेकिन आप तो...', उद्धव पर बरसे एकनाथ शिंदे

Eknath Shinde Dussehra Rally: 'मुझे कटप्पा कहा, वो भी स्वाभिमानी था, लेकिन आप तो...', उद्धव पर बरसे एकनाथ शिंदे

Eknath Shinde Dussehra Rally: एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 3 महीने से हमें गद्दार और खोखे कहा जा रहा है। गद्दारी हमने नहीं की। गद्दारी 2019 में आप ने की थी।

Eknath Shinde and Uddhav Thackeray- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Eknath Shinde and Uddhav Thackeray

Highlights

  • महाराष्ट्र के हर शिवसैनिक की है शिवसेना: एकनाथ शिंदे
  • पीएम मोदी के चेहरे पर मिली थी जीत, तो जनता से क्यों की गद्दारी: शिंदे
  • जब एक-एक करके सबने छोड़ा, तो आत्मचिंतन क्यों नहीं किया: शिंदे

Eknath Shinde Dussehra Rally: मुंबई में बुधवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दशहरा रैली के जरिए एक-दूसरे पर जमकर निशाना साधा। उद्धव ठाकरे ने जहां एकनाथ शिंदे को गद्दारों का सरदार कह डाला वहीं एकनाथ शिंदे ने ठाकरे परिवार पर हिंदुत्व के साथ समझौता करने वाला व्यक्ति बताया। आइए आपको बताते हैं कि उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे ने एक दूसरे के ऊपर हमला करते वक्त क्या कहा।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बीकेसी के मैदान में उमड़ा जनसैलाब यह बताने के लिए काफी है कि असली शिवसेना कौन है। शिंदे ने कहा कि मैंने अपने लोगों से कहा था कि मैदान मिलने को लेकर कोई सरकारी दवाब का इस्तेमाल नहीं करना है। हमने पहले शिवाजी पार्क पर रैली करने के लिए अर्जी दी थी, लेकिन हमने सरकार का दुरुपयोग नहीं किया। शिंदे ने ठाकरे पर हमला करते हुए कहा कि आपने सरकार का रिमोट कंट्रोल कांग्रेस और एनसीपी के हाथ में दे दिया था। दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के विचारों को बचाने के लिए हमने शिवसेना से अलग होने का फैसला किया था।

महाराष्ट्र के हर शिवसैनिक की है शिवसेना: एकनाथ शिंदे

पिछले 3 महीने से मैं महाराष्ट्र दौरा कर रहा हूं और हर दरवाजे पर मेरा स्वागत करने के लिए लोग खड़े रहते हैं। एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि यह शिवसेना ना तो आपकी है और ना मेरी है। यह शिवसेना महाराष्ट्र के हर शिव सैनिक की है। एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 3 महीने से हमें गद्दार और खोखे कहा जा रहा है। गद्दारी हमने नहीं की। गद्दारी 2019 में आप ने की थी। 2019 में आप ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाकर आपने महाराष्ट्र की जनता के साथ गद्दारी की थी।

पीएम मोदी के चेहरे पर मिली थी जीत, तो जनता से क्यों की गद्दारी: शिंदे

एकनाथ शिंदे ने अपने भाषण में आगे कहा कि जब साल 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़ा गया था तो पोस्टर पर एक तरफ बाला साहब ठाकरे का फोटो लगा था जबकि दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो लगा था। शिवसेना के सभी सांसद प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर जीत कर आए थे। इसके बाद आपने महाराष्ट्र की जनता से गद्दारी क्यों की? आपने कांग्रेस एनसीपी के साथ सरकार बना ली। एकनाथ शिंदे ने कहा कि बीकेसी मैदान में लाखों की भीड़ यह बताने के लिए काफी है कि गद्दारी किसने की थी।

बाला साहेब के विचारों को तिलांजलि देकर की गद्दारी, बोले शिंदे

एकनाथ शिंदे ने कहा कि 1993 बम धमाकों के आरोपी याकूब मेमन को फांसी की सजा दी गयी थी, लेकिन आपने याकूब मेमन की फांसी की सजा का विरोध करने वाले कांग्रेस के विधायक को मंत्री तक बना डाला। इसके बाद भी आप कह रहे हैं कि हमने गद्दारी की है। बाला साहेब ठाकरे के विचारों के साथ आपने गद्दारी करके तिलांजलि दी है। महाराष्ट्र की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी।

शिवसेना विधायकों के क्षेत्र में जाकर डराते थे कांग्रेस और राकांपा के विधायक: सीएम

एकनाथ शिंदे ने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि ढाई साल तक आप चुप क्यों रहे। मैं उनको बता देना चाहता हूं हमने अन्याय सहन किया लेकिन बाला साहब ठाकरे के विचारों को जिंदा रखने के लिए हमने यह फैसला लिया। कांग्रेस और एनसीपी के विधायक और मंत्री शिवसेना विधायकों के क्षेत्र में जाकर उन्हें डराते थे और कहते थे कि अगला विधायक कांग्रेस एनसीपी से होगा। इसलिए हमने आपका त्याग किया।

जब एक-एक करके सबने छोड़ा, तो आत्मचिंतन क्यों नही किया

एकनाथ शिंदे ने ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि आपको नारायण राणे ने छोड़ा, राज ठाकरे ने छोड़ा, लेकिन आपने आत्मचिंतन नहीं किया। शिंदे ने आगे कहा कि हमने शिवसेना से अलग होने का फैसला किया था उसका हमें भी दुख था लेकिन ढाई साल से हमें कांग्रेस के साथ सरकार बनाकर काफी दुख हुआ था जिसके बाद हम लोगों ने यह फैसला लिया। एकनाथ शिंदे ने 1857 की उस घटना को बताते हुए कहा कि 1857 की क्रांति को भी लोग क्रांति मानने को तैयार नहीं थे और अब उद्धव ठाकरे भी 40 विधायकों की बगावत को क्रांति नहीं मान रहे हैं।

पीएफआई बैन हुई, तो उद्धव की ओर से कोई बयान नहीं आया: शिंदे

बालासाहेब ठाकरे ने एक नारा दिया था कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं लेकिन आपने उसको तिलांजलि दे दी। शिंदे ने कहा कि भारत में जो लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे आपने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन मैं आपको बता देना चाहता हूं की देश में अब यह सब नहीं चलने वाला है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि केंद्र सरकार ने पीएफआई को बैन कर दिया लेकिन उद्धव ठाकरे की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया। शिंदे ने कहा कि बाला साहब ठाकरे की शरद पवार से दोस्ती थी लेकिन राजनीति में उसे कभी सामने नहीं आने दिया।

चाय बेचने वाला पीएम बन सकता है, तो रिक्शा चलाने वाला सीएम क्यों नहीं बन सकता?

एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि इस देश का चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री भी बन सकता है तो क्या रिक्शा चलाने वाला मुख्यमंत्री नहीं बन सकता क्या? मुख्यमंत्री या फिर मंत्री नहीं बन सकता है। मुख्यमंत्री और मंत्री बनने की जवाबदारी सिर्फ सोने की चम्मच लेकर पैदा होने वाले लोगों के नसीब में ही लिखा है। शिंदे ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में मोदी का नाम प्रसिद्ध हो गया है। आपको शर्म आनी चाहिए कि आप देश के प्रधानमंत्री का बार-बार अनादर करते हैं।

'आनंद दिघे की प्रॉपर्टी के बारे उद्धव ने पूछा तो मुझे लगा था आघात'

एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर सबसे बड़ा हमला करते हुए कहा कि जब आनंद दिघे की मौत के बाद मैं उद्धव ठाकरे से मिला था तो उन्होंने पूछा था की आनंद दिघे की प्रॉपर्टी कहां- कहां है किस-किस के नाम है।  यह बात पहली बार मैं आप सभी को बताना चाहता हूं। आनंद दिघे ने खड़े किए संगठन की बजाए उनके प्रॉपर्टी के बारे में पूछने की बात से मुझे काफी आघात पहुचा।

'मुझे कटप्पा कहा, वैसे कटप्पा भी स्वाभिमानी था, आपके जैसा दोगला नहीं था'

उद्धव  ठाकरे के कटप्पा कहने पर शिंदे ने जवाब देंते हुए कहा-'मुझे कटप्पा कहा। कटप्पा भी स्वाभिमानी था आपके जैसा दोगला नहीं था  वो तो ईमानदार था।' शिंदे ने कहा कि 'वे क्या कहते हैं कि एकनाथ शिंदे झुठे केसेस दाखिल कर रहे शिवसैनिकों पर? एकनाथ शिंदे कभी गलत नहीं करेगा। ऐसे गलत काम आपने किया हम नहीं करते। उन्होंने कहा कि 'उद्धव ठाकरे कहते हैं कि आप शिवसैनिक कहें तो मैं पक्षप्रमुख छोड़ दूंगा। मैं कहता हूं कि अब बचे ही कितने हैं, जो हैं वो भी हमारे साथ आएंगे।