मुंबई. महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और करोड़ों रुपये की अवैध वसूली मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी तफ़्तीश कर रही है। इसी तफ़्तीश के लिए ED की मुम्बई ब्रांच द्वारा कुछ बड़े रेस्टोरेंट मालिकों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है और उनको अपना बयान दर्ज करवाने के लिए कहा गया है। इसके लिए ईडी के द्वारा सवालों की फेहरिस्त बनाई जा चुकी है।
ईडी के सूत्र ये भी बताते हैं कि जयश्री पाटिल (petitioner Advocate) और बार के मालिकों से जुड़े बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे से संबंधित सवाल जवाब किए जाएंगे।। क्योंकि ऐसा आरोप है कि अंधेरी वेस्ट सहित कई इलाकों में रेस्टोरेंट और बार के मालिकों द्वारा सचिन वाजे को प्रोटेक्शन मनी दी जाती थी। ईडी की टीम इस मसले पर पांच बार -रेस्टोरेंट के मालिकों को फिलहाल पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। जो सचिन वाजे को हफ्ता मनी (hafta money ) देते थे।
वाजे का सहयोगी, मुंबई का एक और पुलिसकर्मी सेवा से बर्खास्त
उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास जिलेटिन की छड़ों के साथ एक वाहन के मिलने और उसके बाद कारोबारी मनसुख हिरन की मौत से जुड़े मामले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार सहायक पुलिस निरीक्षक रियाज हिसामुद्दीन काजी को शुक्रवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। एक अधिकारी ने इस बारे में बताया कि मुंबई के पुलिस आयुक्त ने संविधान के अनुच्छेद 311 (दो) (बी) के तहत मुंबई अपराध शाखा में कार्यरत सचिन वाजे के पूर्व सहयोगी काजी को बर्खास्त कर दिया। इस अनुच्छेद के तहत किसी सरकारी अधिकारी को बिना विभागीय जांच के सेवा से हटाया जा सकता है।
‘मुठभेड़ विशेषज्ञ’ कहे जाने वाले वाजे को भी मामले में गिरफ्तार किया गया और सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। वाजे और काजी दोनों मुंबई पुलिस की अपराध आसूचना विभाग में कार्यरत थे। इस साल फरवरी में दक्षिण मुंबई में अंबानी के आवास ‘एंटीलिया’ के पास एक वाहन मिला था। इस वाहन में विस्फोटक रखा हुआ था। ठाणे के कारोबारी हिरन ने दावा किया था एक सप्ताह पहले उनकी गाड़ी चोरी हो गयी थी। हिरन पांच मार्च को मृत मिले थे। बाद में मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने अपने हाथ में ली।