Maharashtra: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) में कथित घोटाले की धन शोधन जांच के सिलसिले में बड़ा एक्शन लिया है। ईडी ने शिवसेना के पूर्व विधायक अर्जुन खोटकर से संबंधित जालना स्थित एक चीनी मिल की 78.38 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति शुक्रवार को कुर्क की। ईडी के एक तत्कालिक आदेश जारी करने के बाद जालना सहकारी साखर (शक्कर) कारखाना (एसएसके) लिमिटेड से संबंधित 200 एकड़ से अधिक भूमि और संयंत्र तथा मशीन वाले भवन को कुर्क कर लिया गया।
यह कारखाना जिले के सावरगांव हडप गांव में स्थित है। ईडी ने एक बयान में कहा, ‘‘जालना एसएसके की संपत्ति वर्तमान में अर्जुन शुगर इंडस्टट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है, जो (कंपनी) अर्जुन खोटकर और अन्य ने जालना एसएसके लिमिटेड को खरीदने को लेकर 8 मई को बनाई थी। ’’ खोटकर (60) जालना से शिवसेना के विधायक रह चुके हैं और वह महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी रहे हैं।
क्या है धन शोधन का पूरा मामला?
धन शोधन की यह जांच अगस्त 2019 में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की प्राथमिकी से शुरू हुई है। उस साल 22 अगस्त को बंबई उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज की गई थी। अदालत ने कथित फर्जी माध्यम से महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र में चीनी कारखानों की बिक्री और सहकारी एसएसके को औने-पोने दाम पर बेचने के आरोपों की जांच का आदेश दिया था। ईडी की जांच में पाया गया कि एसएसके की बिक्री की निविदा प्रक्रिया में फर्जी तरीका अपनाया गया। एजेंसी ने कहा बिक्री के बाद से एसएसके बंद रही है।
महाराष्ट्र के एक और मंत्री के ठिकानों पर ईडी की रेड
महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब के परिसरों पर बृहस्पतिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की। ईडी ने रत्नागिरि जिले के तटीय दापोली इलाके में भूमि सौदे में कथित अनियमितताओं और अन्य आरोपों को लेकर महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब और अन्य के खिलाफ धनशोधन मामले की जांच के तहत राज्य में गुरुवार को कई जहगों पर छापे मारे। मुंबई में परब के आधिकारिक आवास, दापोली और पुणे में संबंधित परिसरों समेत कम से कम सात परिसरों पर ईडी ने छापेमारी की।