NCB के अधिकारी क्यूं बने ऑटो ड्राइवर? कुख्यात ड्रग सप्लायर को ऐसे किया गिरफ्तार
हाल ही में एनसीबी के हाथ हाइप्रोफाइल पार्टियों में बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री के सितारों को ड्रग सप्लाई करने की जानकारी लगी थी। इसी जानकारी पर काम करते हुए एनसीबी के अधिकारियों को सुफ्रान लकड़ावाला नाम के एक बड़े ड्रग्स माफिया की जानकारी मिली।
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस के बाद से ही मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में नार्कोटीक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। रोज कोई ना कोई ऑपरेशन मायानगरी के किसी ना किसी कोने में चल ही रहा होता है लेकिन मुंबई से सटे नालासोपारा इलाके में एनसीबी ने एक ऐसे ऑपरेशन को अंजाम दिया जो ना सिर्फ एनसीबी के पारंपारिक ऑपरेशन तरीकों से अलग था बल्कि बहुत खतरनाक भी था। एक सीक्रेट ऑपरेशन के तहत एनसीबी के अधिकारियों ने अपनी जान पर खेलकर एक कुख्यात ड्रग सप्लायर को धर दबोचा। इस ड्रग्स सप्लायर के गिरफ्तारी की पूरी कहानी बताने के पहले आपको इस ऑपरेशन पुरा बैकग्राउंड बताते हैं।
बॉलीवुड ड्रग्स माफिया सुफ्रान से मिला था पहला सुराग
हाल ही में एनसीबी के हाथ हाइप्रोफाइल पार्टियों में बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री के सितारों को ड्रग सप्लाई करने की जानकारी लगी थी। इसी जानकारी पर काम करते हुए एनसीबी के अधिकारियों को सुफ्रान लकड़ावाला नाम के एक बड़े ड्रग्स माफिया की जानकारी मिली। सुफ्रान की पहुंच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो बॉलीवुड के कई बड़े फिल्मी हस्तियों के साथ ना सिर्फ उठता-बैठता है, सितारों के साथ पार्टियां भी करता है बल्कि सिर्फ एक फोन कॉल पर जिसे जहां जितना ड्रग्स चाहिए वह सप्लाई भी करता है। सोशल मीडिया पर सुफ्रान लकड़ावाला की कई बड़े फिल्मी हस्तियों के साथ ढेर सारी तस्वीरें भी आपको दिख जाएंगी। एनसीबी के मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे का कहना है कि आरोपी सुफ्रान के पास से एमडी और कोकीन बरामद किया गया है। इसके कई हाइप्रोफाइल क्लाइंट हैं।
अमीर क्लाइंट्स की एक लिस्ट लिस्ट भी हुई बरामद
एनसीबी सूत्रों के मुताबिक, पिछले कई वर्षों से सुफ्रान ड्रग्स के धंदे में एक्टिव है। यहां तक कि पिछले दो लॉकडाउन के दौरान भी देश के किसी भी हिस्से में जिस किसी हाइप्रोफाइल क्लाइंट को ड्रग्स चाहिए होता था उसे सड़क के रास्ते सुफ्रान कोकेन या एमडी मुहैया कराता था। एनसीबी ने आरोपी सुफ्रान के पास से उसके अमीर क्लाइंट्स की एक लिस्ट लिस्ट भी बरामद की है। एनसीबी के मुताबिक, सुफ्रान ऑर्डर मिलने पर बाय एयर यानी प्लेन से भी डिलीवरी करने के लिए जाता था। सुफ्रान से कड़ी पूछताछ में एनसीबी को एक नाइजीरियन मूल के ड्रग्स सप्लायर की जानकारी मिली जो डिमांड के हिसाब से ड्रक्स सप्लाय करता था। इस ड्रग्स स्पलायर का नाम ब्लेसिंग एडविन ओकेरेके है। 50 साल का यह ड्रग्स स्पलायर ड्रग्स के धंदे में बड़े सप्लायर्स में से एक माना जाता है। आरोपी ब्लेसिंग कद काठी में काफी बड़ा और हटाकट्टा है और बहुत आक्रामक भी। ब्लेसिंग एडविन ओकेरेके के गिरोह के सदस्य ड्रग्स कैरीअर बनकर इथोपिया से ड्रग्स मुंबई लाते हैं।
जानिए NCB के अधिकारियों के ऑटो ड्राइवर बनने की कहानी
एनसीबी के एक बड़े अधिकारी के मुताबिक, आमतौर पर किसी भी ऑपरेशन में वह ज्यादातर दिल्ली रजिस्टर्ड नंबर की गाड़ियों का इस्तेमाल करते है। लेकिन ड्रग्स के धंधे में जो लोग लिप्त हैं वह अपने अड्डे या घर के आसपास जब भी कभी दिल्ली रजिस्टर्ड गाड़ियों का नंबर प्लेट देखते थे तो वह अलर्ट हो जाते थे और फरार हो जाते थे और इस वजह से एनसीबी को काफी परेशानी उठानी पड़ती थी। चुंकि, ड्रग्स स्पलायर ब्लेसिंग एक बड़ा आरोपी था इसलिए एनसीबी किसी भी हाल में उसे हाथ से निकलने नहीं चाहती थी। इसलिए आरोपी ब्लेसिंग की टीप मिलने के बाद उसे पकड़ने के लिए एनसीबी के अधिकारियों ने एक अलग रणनीति अपनाने का फैसला किया गया। ब्लेसिंग जिस जगह आने वाला था वह झुग्गी बस्ती का इलाका था इसलिए एनसीबी के अधिकारीयों ने तीन ऑटो रिक्शा किराए पर लिए।
ऑपरेशन में शामील एनसीबी के तीन अधिकारीयों ने ऑटो ड्राइवर्स का यूनिफॉर्म पहना और मुंबई से सटे नालासोपारा इलाके में जिस जगह आरोपी ब्लेसिंग के आने की जानकारी मिली थी वहां घात लगाकर बैठ गए। कई लोग वहां से गुजरे लेकिन ऑटो ड्राइवर के भेष में बैठे एनसीबी अधिकारीयों का हावभाव इतना सहज था कि कोई भी उन्हें पहचान नहीं पाया। काफी समय इंतजार करने के बाद आरोपी ब्लेसिंग बाइक पर सवार होकर वहां पहुंचा। एनसीबी की टीम ने दूर से ही ब्लेसिंग को पहचान लिया। जैसे ही ब्लैसिंग की बाइक नजदीक आयी, एनसीबी के अधिकारीयों ने अपने ऑटो से उसे तीनों तरफ से घेर लिया। अचानक तीनों तरफ से घिर जाने से डर के मारे ब्लेसिंग जमिन पर गिर गया। जब एनसीबी की टीम ने ब्लेसिंग को गिरफ्तार करने की कोशिश की तब उसने एनसीबी के अधिकारीयों पर ही हमला कर दिया।
एनसीबी के अधिकारी जब खुंखार ब्लेसिंग को कंट्रोल कर गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे थे तभी स्थानीय लोगों की भीड़ वहां इकठ्ठा हो गई। स्थानीय लोगों को जैसे ही पता चला, एनसीबी के अधिकारी जिस अफ्रिकी मूल के शख्स के पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं वह एक ड्रग स्पलायर है तो भीड़ ने अपना आपा खो दिया और वो आरोपी की जमकर धुनाई करने लगे। दरअसल, स्थानीय लोगों का आरोप है कि नालासोपारा इलाके में ब्लेसिंग जैसे कई विदेशी नागरिकों ने आतंक मचा रखा है। यह लोग मुंबई और अलग-अलग शहरों में स्पलाय करते हैं और छिपने के लिए नालासोपारा में आते हैं। यहां के युवाओं को भी ड्रग्स का आदि बना रहें हैं। एनसीबी की टीम ने स्थानिय पुलिस की मदद से आरोपी को सही सलामत भीड़ से बाहर निकाला और उसे एनसीबी हेडक्वार्टर ले आयी।
जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे ने इंडिया टीवी से कहा कि, ज्यादातर मामलों में पेशेवर मुजरीम बचने के लिए एनसीबी टीम पर हमला करने की कोशिश करते हैं लेकिन हमारी टीम वेल ट्रेंड हैं और ऐसी परिस्थितीयों से अच्छे से निपटने में पुरी तरह सक्षम है। हमने आरोपी ब्लेसिंग के पास से कोकेन बरामद किया है। आरोपी सुफ्रान और ब्लेसिंग को अदालत ने 5 दिनों की एनसीबी कस्टडी में भेज दिया है।