मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की झुग्गी बस्ती धारावी में शनिवार को कोरोना वायरस के 25 नए पॉजिटिव केस सामने आए, जिसके साथ ही इलाके में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 833 हो गई है। हालांकि, इनमें से कुल 222 मरीजों को अभी तक ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि 27 लोगों की यहां मौत हो चुकी है। इन 27 लोगों में से एक की मौत शनिवार को हुई।
बता दें कि धारावी पूरे एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी है। धारावी की झोपड़पट्टी 613 एकड़ क्षेत्र में फैली है और इसमें कई लघु श्रेणी के उद्योग, चमड़े का सामान, मिट्टी के बर्तन और कपड़ा फैक्ट्रियां हैं। यहां पर 15 लाख लोग छोटे-छोटे मकानों में रहते हैं। ऐसे घने बसे इलाके में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ने का खतरा और ज्यादा हो जाता है।
वहीं, इसी बीच बृहन्मुंबई नगर निगम ने मुंबई के सात संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों के और प्रभावी कार्यान्वयन की जिम्मेदारी अतिरिक्त आयुक्तों को सौंप दी है। आदेश के अनुसार सात अतिरिक्त आयुक्त 17 मई तक संक्रमित मामलों के दुगुने होने का काल दस दिन से बढ़ा कर बीस दिनों करने के लिए काम करेंगे।
सात मई को जारी हुए आदेश के अनुसार ये अधिकारी संक्रमण के मामलों का पता करने, संपर्क में आए व्यक्तियों की पहचान करने, संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में दिशानिर्देशों को कड़ाई से लागू करने, घर-घर जाकर निगरानी करने, गंभीर बीमारी से ग्रसित बुजुर्गों की पहचान करने और बुखार क्लीनिकों के सभी मामलों पर संज्ञान लेने के लिए जिम्मेदार होंगे।
अतिरिक्त आयुक्तों पर निजी नर्सिंग होम, क्लीनिक, अस्पताल में आपरेशन कराने, संक्रमण के लक्षण वाले व्यक्तियों की जांच कराने और कोविड देखभाल केंद्र बनाने की जिम्मेदारी भी होगी। अतिरिक्त आयुक्तों को व्यक्तिगत रूप से हर दिन सुबह से दोपहर दो बजे तक संक्रमित क्षेत्रों का दौरा करना होगा, दोपहर तीन बजे अपने कार्यालय में उपस्थित होना होगा और शाम छह बजे नगर आयुक्त को सूचित करना होगा।