मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की झुग्गी बस्ती धारावी में रविवार को कोरोना वायरस के 27 नए पॉजिटिव केस सामने आए, जिसके साथ ही इलाके में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1541 हो गई। यहां अभी तक कुल 60 लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत हो चुकी है। कुल मौतों में से 2 लोगों की मौत रविवार को हुई। इससे पहले शनिवार तक कुल मौतों की संख्या 58 थी।
बता दें कि धारावी पूरे एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी है। धारावी की झोपड़पट्टी 613 एकड़ क्षेत्र में फैली है और इसमें कई लघु श्रेणी के उद्योग, चमड़े का सामान, मिट्टी के बर्तन और कपड़ा फैक्ट्रियां हैं। यहां पर 15 लाख लोग छोटे-छोटे मकानों में रहते हैं। ऐसे घने बसे इलाके में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ने का खतरा और ज्यादा हो जाता है।
धारावी पुनर्विकास समिति के प्रमुख राजू कोरदे ने कहा कि उपयुक्त स्वच्छता सुविधाओं के अभाव और कमरों में अधिक संख्या में लोगों का रहना इलाके में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने का मुख्य कारण है। कोरदे ने हाल ही में कहा था, ‘‘धारावी में छोटे-छोटे कमरे हैं और तंग गलियां हैं। इसलिए, यदि बीएमसी निरूद्ध क्षेत्र बनाती भी है तो दो गज दूरी के नियमों का पालन करना असंभव है।’’
नगर निकाय अधिकारियों के मुताबिक, धारावी में 225 सामुदायिक शौचालय, 100 सार्वजनिक शौचालय और महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित 125 शौचालय हैं। बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘चूंकि सैकड़ों लोग इलाके में साझा शौचालय का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है। यही कारण है कि इन स्थानों को नियमित रूप से साफ सुथरा करने की जरूरत है।
(इनपुट- भाषा)