Maharashtra News: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि नक्सलियों का कथित तौर पर 'पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया' (PFI) के समर्थन में सामने आने का मतलब है कि केंद्र सरकार का संगठन को प्रतिबंधित करने का फैसला सही है। वह भंडारा में पीएफआई के समर्थन में कथित तौर पर नक्सलियों की ओर से लिखे गए एक पत्र के संदर्भ में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब दे रहे थे।
पीएफआई के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था
गौरतलब है कि सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (ANI) के नेतृत्व में राष्ट्रव्यापी छापों के बाद पीएफआई के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था और इसके सहयोगी संगठनों पर कथित आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पांच साल तक प्रतिबंध लगा दिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में लगभग 20 कार्यकर्ता महाराष्ट्र के थे।
पीएफआई व्यवस्था और जनता के खिलाफ काम कर रहा था- फडणवीस
फडणवीस ने कहा, "माओवादी समर्थन का मतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय सही था। अगर नक्सली पीएफआई का समर्थन कर रहे हैं, तो इसका मतलब यह भी है कि पीएफआई के सदस्य भी नक्सलियों का समर्थन कर रहे थे। पीएफआई व्यवस्था (सरकार और प्रशासनिक तंत्र) और जनता के खिलाफ काम कर रहा था, इसलिए इसे प्रतिबंधित किया गया है।"
परेशानी पैदा करने की संभावना को ध्यान में रख रहे हैं- फडणवीस
पड़ोसी राज्य तेलंगाना में तीन कथित आतंकवादियों के पकड़े जाने की पृष्ठभूमि में इस त्योहार के मौसम के दौरान महाराष्ट्र में आतंकी खतरे की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का गृह विभाग सभी पहलुओं पर गौर कर रहा है। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में दशहरा और धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस महत्वपूर्ण कार्यक्रम हैं और हम पीएफआई समर्थकों की ओर से अप्रत्यक्ष रूप से परेशानी पैदा करने की संभावना को ध्यान में रख रहे हैं। फिलहाल चिंता की कोई वजह नहीं है और हम पूरी तरह से सतर्क हैं।"