Cyrus Mistry: टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री का मंगलवार को मुंबई में अंतिम संस्कार कर दिया गया। मिस्त्री की रविवार को कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। वह 54 वर्ष के थे। मध्य मुंबई के वर्ली में इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में हिन्दू रीति रिवाजों से उनका अंतिम संस्कार किया गया। मिस्त्री, 2012 से 2016 तक टाटा संस के अध्यक्ष थे।
जेजे अस्पताल से सीधे शवदाह गृह लाया गया शव
महाराष्ट्र के पालघर जिले में रविवार दोपहर को हुई सड़क दुर्घटना में मिस्त्री और उनके दोस्त जहांगीर पंडोले की मौत हो गई थी। वे दोनों दक्षिण गुजरात स्थित उदवाडा से लौट रहे थे जो पारसी धर्म के लोगों के लिए सबसे पवित्र स्थल है। मिस्त्री का पार्थिव शरीर सफेद फूलों से सजे वाहन में जे जे अस्पताल से लाया गया था और मंगलवार सुबह से वर्ली शवदाह गृह में रखा गया था ताकि मित्र और रिश्तेदार उनको श्रद्धांजलि दे सकें।
कई हस्तियों ने लिया अंतिम संस्कार में हिस्सा
पारसी समुदाय के सदस्यों, व्यवसायियों और नेताओं ने मिस्त्री के अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया। साइरस मिस्त्री के बड़े भाई शापूर मिस्त्री, श्वसुर और वरिष्ठ वकील इकबाल छागला, उद्योगपति अनिल अंबानी और अजित गुलाबचंद तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले इस मौके पर उपस्थित थीं।
साइरस मिस्त्री के पोस्टमार्टम में सामने आई ये बात
साइरस मिस्त्री के पोस्टमार्टम में सामने आया है कि उनके शरीर के इंटरनल vital ऑर्गन बुरी तरह से चोटिल हुए थे। जिसे मेडिकल टर्म में pollytrauma कहते हैं। इसी वजह से साइरस मिस्त्री की मौके पर ही मौत हो गई थी। जेजे अस्पताल प्रशासन ने साइरस मिस्त्री और उनके दोस्त जहांगीर पंडोले की पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट को कासा पुलिस थाने (जहां एक्सिडेंट हुआ उस लोकल पुलिस थाने में ) भेज दी है। सूत्रों के मुताबिक मल्टीपल हेड इंजरी और शरीर के बाएं हिस्से में काफी चोट लगी थी।
Image Source : Rajiv Singh, India TVCyrus Mistry Car
तेज रफ्तार में गाड़ी चला रही थीं अनायता पंडोले
पालघर पुलिस के मुताबिक, अनायता पंडोले गाड़ी को तेज रफ्तार में चला रही थीं। उन्होंने गलत दिशा (बांए से) से एक दूसरी गाड़ी से आगे निकलने की कोशिश की थी और उनके पति JM फाइनेंशियल के CEO दरीयस पंडोले उनके बगल वाली सीट पर बैठे थे।
जहांगीर पंडोले कार की पीछे वाली सीट पर बैठे थे। टक्कर के कारण कार की आगे की सीट पर लगे एयरबैग खुल गए थे लेकिन पीछे वाले एयरबैग सही समय पर नहीं खुले। अगर वे खुल जाते तो साइरस मिस्त्री बच सकते थे। मैनुअल के मुताबिक, मर्सिडीज जीएलसी 220डी में कम से कम सात एयरबैग दिए गए हैं।