कोरोना को लेकर देश में तैयारियों पर बैठकें की जा रही हैं। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थय मंत्री मनसुख मांडवीय ने बैठक करते हुए कहा था कि देश से कोरोना अभी गया नहीं है। हमें सावधानी बरतने की जरूरत है। इसी के मद्देनजर इंडिया टीवी मुंबई के जे.जे हॉस्पिटल पहुंचा और वहां की डीन पल्लवी सापले से बातचीत की। पल्लवी सापले ने बताया कि हमे केंद्र और राज्य सरकार से जो भी निर्देश मिले हैं उनका नियमित रूप से पालन किया जा रहा है। हमारे यहां जो भी कोरोना के पॉजिटिव सैंपल्स आ रहे हैं उन सबको जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज रहे हैं। राज्य में आने वाले हर एक केस को गंभीरता से लिया जा रहा है।
कोरोना के लिए कितना तैयार है मुंबई?
जे.जे हॉस्पिटल की डीन पल्लवी सापले ने बताया, "कोरोना से निपटने के लिए मुंबई के हर अस्पताल में स्पेशल कोविड वार्ड बनाया गया है। इसके अलावा हमने सेंट जॉर्ज अस्पताल को स्पेशल डेडीकेटेड कोविड के तौर पर रखा है। नॉन कोविड मरीजों को हमारे बाकी के अस्पतालों में भेजा जा रहा है। फिलहाल घबारने वाली स्थिति नहीं है। चीन में कोविड के सबसे ज्यादा मामलों की वजह उनकी जीरो कोविड पॉलिसी भी है"। महाराष्ट्र में कोरोना के अब तक कुल 135 मामले सामने आए हैं। जो कि बुधवार तक के आंकड़ों के मुताबिक है। अगर कोरोना से होने वाली मौत के आंकड़ों को देखें तो वह अभी शून्य है और गंभीर मामले भी ज़ीरो है। हमें बस केंद्र और राज्य के निर्देश का इंतजार है।
सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल से रिपोर्ट
सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल के डॉ. विनायक स्वार्डेकर ने बताया कि इस अस्पताल में 15 आईसीयू बेड्स हैं। जो गंभीर कोविड संक्रमित के लिए रखा गया है। तो वही बाकी 35 बेड्स को सामान्य कोविड मरीजों के लिए रखा गया है। महाराष्ट्र में फिलहाल 135 कोरोना के एक्टिव मरीज हैं, सबसे ज्यादा एक्टिव मरीज पुणे में 52 केसेज़ हैं और मुंबई में 37 केस तो ठाणे में 6 एक्टिव मरीज हैं।
भारत में कोरोना के मामले कम, लेकिन सावधानी जरूरी
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज संसद में कहा कि चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। भारत में कोरोना के मामले लगातार कम रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल देश में हर दिन औसतन 153 केस दर्ज हो रहे हैं जबकि दुनिया में हर रोज औसतन 5.87 लाख केस सामने आ रहे हैं। जापान, साउथ कोरिया, इटली जैसे देशों में कोरोना के मामले में सतत वृद्धि देखी जा रही है। चीन में भी बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित होने और मौत की खबरें छप रही हैं।