महाराष्ट्र: कुल मामले 78 हजार के करीब, अबतक 2710 की मौत
महाराष्ट्र से गुरुवार को कोरोना वायरस के 2933 नए मरीज सामने आए, जिसके बाद राज्य में कुल मामले बढ़कर 77,793 हो गए।
मुंबई। महाराष्ट्र से गुरुवार को कोरोना वायरस के 2933 नए मरीज सामने आए, जिसके बाद राज्य में कुल मामले बढ़कर 77,793 हो गए। राज्य में बीते 24 घंटों में 123 लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 2710 हो गया है। बात अगर मुंबई शहर की करें तो यहां गुरुवार को 1442 नए मरीज सामने आए और 48 लोगों की मौत हो गई। नए मरीज सामने आने के बाद मुंबई में कुल मामले बढ़कर 44,704 हो गए हैं। शहर में अबतक 1465 लोगों की मौत हो चुकी है।
धारावी में आंकड़ा 1,872 पहुंचा
मुंबई के धारावी में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 23 नए मामले आए, जिसके साथ ही क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या 1,872 हो गई। बृह्न्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में इस घातक वायरस से मौत का कोई मामला सामने नहीं आया है।
अब तक इस झुग्गी बस्ती में संक्रमण से 71 लोगों की जान जा चुकी है। धारावी बीएमसी के जी-उत्तर प्रशासनिक वार्ड में आता है, जिसमें अब तक सभी 24 वार्डों में कोविड-19 के सर्वाधिक 2,820 मामले पाए गए हैं। कुल 2,820 में से 1,872 मामले अकेले धारावी के हैं। उसके बाद 574 और 347 मामले क्रमशः माहिम और दादर के हैं। एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्तियों में से एक धारावी में लगभग 15 लाख लोग झुग्गियों में रहते हैं।
अदालत ने कोविड-19 के मृतकों के शवों के निपटारे के बारे में जानकारी मांगी
बम्बई उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को राज्य सरकार और बृहन्मुम्बई महानगरपालिका (बीएमसी) को एक हलफनामा दायर करके इस बारे में जानकारी मुहैया कराने का निर्देश दिया कि कोविड-19 से जान गंवाने वाले मरीजों के शवों का किस तरह से निपटारा किया जा रहा है। मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति अमजद सैयद की एक पीठ भाजपा विधायक आशीष शेलार की ओर से दायर एक याचिका पर सुनवायी कर रही थी। शेलार ने याचिका में मध्य मुम्बई के सायन अस्पताल में जिस तरह से शवों को रखा गया, उसका लेकर चिंता जताई है।
शेलार ने अपनी याचिका में सरकार और निकाय प्राधिकारियों को यह निर्देश देने का अनुरोध किया कि वे कोरोना वायरस के मरीजों के शवों को उन वार्ड में रखना तत्काल बंद करें, जहां संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है। याचिकाकर्ता ने दावा किया कि अस्पताल के कई वीडियो सामने आये हैं जिसमें मृतकों के शव बेड और जमीन पर रखे दिखाये गए हैं। उन्होंने दावा किया कि ये शव उन लोगों के ठीक पास रखे गए हैं, जिनका संक्रमण के लिए इलाज चल रहा है।
शेलार ने मामले में एक जांच की मांग की और सरकार एवं बीएमसी को यह निर्देश देने का अनुरोध किया कि वे मृतकों के शव के निपटारे के लिए केंद्र एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करें। पीठ ने सरकार और बीएमसी को हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया और मामले की सुनवायी अगले सप्ताह निर्धारित कर दी।
With inputs from Bhasha