मुंबईः महाराष्ट्र में एमएलसी चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के बागी विधायकों के खिलाफ पार्टी कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने स्थानीय नेतृत्व से बात कर मामले की पूरी जानकारी ली जिसे जिसे संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को दिल्ली में सौंप दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले भी दिल्ली में ही हैं। अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के दिल्ली लौटने के बाद क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर कार्रवाई की जा सकती है।
क्रॉस वोटिंग से महा विकास अघाड़ी समर्थित उम्मीदवार की हुई थी हार
बता दें कि महाराष्ट्र में अभी हाल में ही विधान परिषद की 11 सीटों पर चुनाव हुए थे जिसमें से सत्तारूढ़ 9 सीटें जीतने में कामयाब हो गई थी। इसकी मुख्य वजह यह रही की इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस के पांच विधायकों समेत कुछ छोटे दलों के विधायकों ने भी क्रॉस वोटिंग कर दिया था। इसकी वजह से एनडीए एक सीट अतिरिक्त जीत गई थी।
एनडीए सभी उम्मीदवारों को जिताने में कामयाब रहा
बता दें कि दो साल बाद एक बार फिर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) विधायकों ने महाराष्ट्र विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव में अपने एक उम्मीदवार को हराने के लिए क्रॉस वोटिंग की थी। इस बार, पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया (पीडब्ल्यूपीआई) के मौजूदा एमएलसी सदस्य जयंत पाटिल चुनाव हार गए। जयंत पाटिल को शरद पवार गुट की एनसीपी का समर्थन प्राप्त था।
एनडीए के सभी 9 उम्मीदवार जीते थे
इस चुनाव में बीजेपी को पांच, शिंदे गुट की शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी के दो-दो सदस्यों को जीत मिली। वहीं, कांग्रेस और उद्धव गुट के शिवसेना को एक-एक सीट पर जीत मिली थी। विपक्षी महा विकास अघाड़ी - कांग्रेस, उद्धव गुट की शिवसेना और शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी ने तीन को मैदान में उतारा था। जिनमें से सिर्फ दो जीत मिली।