National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मनी लॉड्रिंग मामले आज सोमवार कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पेशी हुई। एक तरफ जहां राहुल से कई घंटों तक पूछताछ हुई, तो वहीं इसके विरोध में देशभर के अलग-अलग जगहों पर कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया। मुंबई में कांग्रेस ने सीएसटी स्टेशन से बल्लार्ड एस्टेट में स्थित ईडी के दफ्तर तक लांग मार्च निकाला, जिसमें सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए।
इस मार्च का नेतृत्व महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, मुंबई अध्यक्ष भाई जगताप कर रहे थे, जबकि पूर्व सांसद प्रणीति शिंदे, मंत्री अमित देशमुख, अभिनेत्री नगमा और नसीम खान भी शामिल हुए।
कांग्रेस कार्यकर्ता ईडी दफ्तर के लिए निकल गए
मार्च के दौरान पुलिस ने भारी बंदोबस्त किया था। पुलिस के अलावा एसआरपीएफ और रॉउट कंट्रोल पुलिस की टुकड़ियां लगाई गई थीं। मार्च में कार्यकर्ता और नाना पटोले लगातार मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते दिखें। ईडी दफ्तर से 300-400 मीटर की दूरी पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर कार्यकर्ताओं और नेताओं को रोकने की कोशिश की, लेकिन यह सभी लगातार नारेबाजी करते रहें। देखते ही देखते पार्टी नेता भाई जगताप, जीशान सिद्दीकी और चरण सिंह सापरा अपने समर्थकों के साथ बैरिकेडिंग तोड़ दी और उसके बाद छोटे-छोटे ग्रुप में बंटकर कांग्रेस कार्यकर्ता ईडी दफ्तर के लिए निकल गए।
इन सभी को रोकने में पुलिस के भी अच्छे खासे पसीने छूट गए। बाद में सभी को हिरासत में लेकर पुलिस वैन में डाल दिया गया। पुलिस ने पहले ही एहतियातन पूरे ईडी ऑफिस के आस-पास बैरिकेडिंग कर छावनी बनाकर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया था। सड़कों पर उतरे नाना पटोले, प्रणीति शिंदे और अमित देशमुख ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और विपक्ष के नेताओं के खिलाफ बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाया।
साथ ही इन नेताओं ने साफ कर दिया कि मोदी सरकार के खिलाफ इनका संघर्ष आगे भी चलता रहेगा। मोर्चे को रोकने के लिए पुलिस ने बाद में नाना पटोले समेत नगमा, भाई जगताप और मंत्री अमित देशमुख को हिरासत में लिया। इस मोर्चे के जरिए कांग्रेस ने अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया।