मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई के भांडुप में स्थित कोविड अस्पताल की आग में मारे गए लोगों के परिजनों से क्षमा मांगी है। शुक्रवार को अस्पताल में लगी आग से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "इसमें (आग लगने में) किसी की भी गलती होगी या अनदेखी होगी तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। जिन लोगों की मृत्यु हुई है उनके परिवार से क्षमा मांगता हूं। फायर ब्रिगेड ने अच्छा काम किया, लेकिन कुछ लोग जो वेंटीलेटर पर थे उनको नहीं बचा सके। उनको शायद शिफ्ट करने के लिए ज्यादा तैयारी करने की आवश्यकता थी। जिन लोगों की मृत्यु हुई उनमें अधिकतर वेंटीलेटर पर ही लोग थे।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो इसका ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल से कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है और जब कोरोना की शुरुआत हुई तब बेड नहीं मिल रहे थे इसलिए कई जगहों पर अस्थाई अस्पताल बनाए गए थे और उसी योजना के तहत भांडुप के मॉल में भी अस्पताल बनाए जाने की अनुमति दी गई थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारजनों को मुआवजा जरूर दिया जाएगा। हालांकि मुख्यमंत्री ने फिलहाल किसी तरह के मुआवजे की घोषणा नहीं की है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब भी इस तरह की घटनाएं होती है तो ही आंखें खुलती हैं, उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं न हो इसके लिए उन्होंने 2 महीने पहले ही सारे अस्पतालों को फायर ऑडिट कराने के लिए कहा था।
मुख्यमंत्री ने बताया कि भांडुप के मॉल में आग लगने की वजह अस्पताल के नीचे चल रही कोई दुकान या कार्यालय में हुआ शॉर्ट सर्किट हो सकता है और वहीं से आग पूरे अस्पताल में फैली है। अस्पताल में कुल 78 लोग कुल एडमिट थे, उसमें से 10 की मृत्यु हुई है बाकी 68 लोगों को दूसरे कोरोना अस्पताल या उनके घरों में भेज दिया गया है।