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Hindi News महाराष्ट्र सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने का मामला, डिप्टी CM अजित पवार ने माफी मांगी

सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने का मामला, डिप्टी CM अजित पवार ने माफी मांगी

सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने का मामला चर्चा में है। इस मामले को लेकर डिप्टी सीएम अजित पवार का बयान सामने आया है। उन्होंने महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से क्षमा मांगी है।

Ajit Pawar- India TV Hindi Image Source : FILE अजित पवार

मुंबई: सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने के मामले में डिप्टी सीएम अजित पवार ने माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि दो-तीन दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज का स्टेचू गिर गया। ये बहुत निंदनीय है। इसमें जो भी अपराधी है, उसको इसकी सजा देंगे। मैं इस महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम, महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से क्षमा मांगता हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के देवता हैं।

जो भी दोषी होंगे उनकी जांच की जाएगी: अजित

अजित पवार ने कहा कि दो-तीन दिन पहले युग पुरुष छत्रपति शिवाजी महाराज का एक पुतला गिर गया। इस संदर्भ में जो भी दोषी होंगे उनकी जांच की जाएगी। इस वक्त अखबारों में यह खबर आ रही है कि इसने किया, उसने किया लेकिन जिसने भी किया, जो भी किया, सबकी जांच की जाएगी और इस बारे में मैं राज्य के उपमुख्यमंत्री के तौर पर महाराष्ट्र की 13 करोड़ जनता से माफी मांगता हूं। युग पुरुष छत्रपति शिवाजी महाराज हम सबके देवता हैं और देवता का पुतला इस तरीके से गिरना, ये हम सबको धक्का देने वाली बात है।

हालही में शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं और बीजेपी सांसद नारायण राणे के समर्थकों के बीच हुई थी झड़प

शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं और बीजेपी सांसद नारायण राणे के समर्थकों के बीच बुधवार को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में उस किले पर झड़प भी हुई थी, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई। एक अधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों ने पथराव भी किया, जिसकी वजह से एक पुलिस कांस्टेबल घायल हो गया। राजकोट किले में शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे और ठाकरे परिवार के कट्टर प्रतिद्वंद्वी एवं रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग के सांसद नारायण राणे के तकरीबन एक साथ किले में पहुंचने से झड़प शुरू हुई।

सिंधुदुर्ग की मालवण तहसील में राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार को दोपहर करीब 1:00 बजे ढह गई थी। पिछले साल 4 दिसंबर को इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। इस घटना के बाद से राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है। महायुति सरकार विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (MVA) के निशाने पर आ गई है, जो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग कर रहा है।