पीएम मोदी के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में उद्धव डाल रहे अड़ंगा? टर्मिनल की जमीन पर मेट्रो कारशेड बनाने की तैयारी
न्यू इंडिया में नई रफ्तार से दौड़ती बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। लेकिन पीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की नजर टेढ़ी हो गई है।
न्यू इंडिया में नई रफ्तार से दौड़ती बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। लेकिन पीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की नजर टेढ़ी हो गई है। मुंबई में बांद्रा-कुर्ला कांपलेक्स यानी बीकेसी की जिस जमीन पर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम होना है, जहां जमीन के नीचे बुलेट ट्रेन टर्मिनल बनना है। उसी जमीन पर अब उद्धव सरकार की नजर है।
दरअसल कांजुर मार्ग में मेट्रो कारशेड प्रोजेक्ट पर हाईकोर्ट के स्टे के बाद उद्धव ठाकरे अब बीकेसी की जमीन पर इसे शिफ्ट करने का प्लान बना रहे हैं।
बता दें कि उद्धव ने मेट्रो कारशेड प्रोजेक्ट को पहले 'आरे' से कांजुर मार्ग शिफ्ट किया। लेकिन अब हाईकोर्ट की रोक के बाद वो इसे बीकेसी में शिफ्ट करने का प्लान बना रहे हैं। लेकिन ये वही जगह है, जहां बुलेट ट्रेन टर्मिनल बनना है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या न्यू इंडिया की बुलेट ट्रेन में उद्धव सरकार ब्रेक लगाने की कोशिश कर रही है?
अटक सकता है बुलट ट्रेन प्रोजेक्ट
जापानी एंबेसी ने बीते शुक्रवार को ही हिंदुस्तान में दौड़ने वाली बुलेट ट्रेन की तस्वीरें पेश की थीं। लेकिन अब इन ट्रेनों के भारत की ट्रैक पर दौड़ने से पहले ही इसके एक टर्मिनल की जमीन पर महाराष्ट्र की उद्धव सरकार की नजर टेढ़ी हो गई है।
क्या है मामला
उद्धव सरकार बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स में मेट्रो कारशेड बनाने पर विचार कर रही है। उद्धव सरकार बुलेट ट्रेन टर्मिनल की जमीन पर मेट्रो कारशेड प्रोजेक्ट पर विचार कर रही है। उद्धव सरकार ने मेट्रो प्रोजेक्ट को 'आरे' से कांजुर मार्ग शिफ्ट किया था। लेकिन हाईकोर्ट ने कांजुर मार्ग में मेट्रो कारशेड प्रोजेक्ट पर फिलहाल रोक लगा दी है। ऐसे में हाईकोर्ट के स्टे के बाद अब उद्धव सरकार की बीकेसी की जमीन पर नजर है। केंद्र पर दबाव के लिए सीएम उद्धव ने पालघर के लोगों से मीटिंग की। जिसके बाद ऐसा बताया गया कि पालघर के लोग बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के खिलाफ हैं। उद्धव सरकार की इस पूरी कवायद को बीजेपी ने बुलेट ट्रेन के खिलाफ बताया है।
फडणवीस ने किया विरोध
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव सरकार के इस प्लान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मेट्रो कारशेड प्रोजेक्ट को अहंकार की लड़ाई बना दिया है। जिसकी वजह से जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे बर्बाद हो रहे हैं। फडणवीस ने उद्धव को अहंकारी कहा तो इस पर उद्धव ने भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हां वो अहंकारी हैं। लेकिन ये अहंकार मुंबई और महाराष्ट्र के लोगों के हित के लिए है।
पक्ष विपक्ष में विवाद शुरू
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने भी बीजेपी पर हमला बोला है। राउत ने कहा कि मेट्रो कारशेड बनने की चिंता विपक्ष ना करे। सरकार इसे बीकेसी में बनाने के प्लान पर विचार कर रही है।संजय राउत के इस वार पर बीजेपी नेता आशीष शेलार ने पलटवार किया है। शेलार ने कहा कि बीकेसी में मेट्रो कारशेड बन ही नहीं सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव सरकार बुलेट और मेट्रो दोनों प्रोजेक्ट के खिलाफ है।
अहमदाबाद में शुरू हुआ काम
एक ओर मुंबई में उद्धव सरकार की वजह से बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट पर ब्रेक लगने की आशंका बन रही है। तो दूसरी ओर अहमदाबाद के साबरमती में बुलेट ट्रेन को लेकर तेज़ी से काम चल रहा है। अहमदाबाद से मुंबई की बीच दौडने वाली बुलेट ट्रेन का पहला स्टेशन साबरमती में ही होगा। साबरमती में बुलेट ट्रेन के लिए मल्टी मॉडल हब बनाया जा रहा है। जिसके बनने से लिए लोगों को कितनी सहूलियत होगी।