A
Hindi News महाराष्ट्र अजित पवार को महायुति से बाहर करने की उठी मांग, बीजेपी नेता ने कहा- कार्यकर्ता क्या सोच रहे हैं, उसे समझिए

अजित पवार को महायुति से बाहर करने की उठी मांग, बीजेपी नेता ने कहा- कार्यकर्ता क्या सोच रहे हैं, उसे समझिए

अजित पवार को सत्तारूढ़ गठबंधन से बाहर निकालने की मांग उठी है। ये मांग शिरूर से बीजेपी के उपाध्यक्ष सुदर्शन चौधरी ने की है। उन्होंने कहा कि अगर आप कोई फैसला लेना चाहते हैं, तो महायुति से अजित पवार को बाहर करिए।

देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के साथ अजित पवार- India TV Hindi Image Source : PTI देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के साथ अजित पवार

लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं जीत पाया। वहीं, नई सरकार के गठन के समय अजित पवार कैबिनेट में मंत्री पद की मांग को लेकर भी अड़े रहे। इसे लेकर एक बार फिर अटकलें चर्चा जोर पकड़ रही है कि महायुति गठबंध में शामिल दलों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बीच, पुणे जिले में शिरूर से बीजेपी के एक पदाधिकारी ने सत्तारूढ़ गठबंधन से उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उनकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को बाहर करने की मांग की है। बता दें कि सत्तारूढ़ गठबंधन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना भी शामिल है। 

बीजेपी की शिरूर तहसील के उपाध्यक्ष सुदर्शन चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वह पार्टी की एक बैठक में यह मांग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने पर एनसीपी कार्यकर्ताओं में आक्रोश पैदा हो गया और उन्होंने गुरुवार को बीजेपी नेता से माफी की मांग की। चौधरी वीडियो में भाजपा नेतृत्व से कह रहे हैं, ''आपके लिए यह सुझाव है। पार्टी कार्यकर्ता क्या सोच रहे हैं उसे समझिए। अगर आप कोई फैसला लेना चाहते हैं, तो महायुति से अजित पवार को बाहर करिए।'' 

"ऐसी शक्तियां नहीं चाहिए, जिसमें अजित पवार का हस्तक्षेप हो"

उन्होंने यह भी कहा कि अगर अजित पवार सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा नहीं होते तो सुभाष देशमुख, राहुल कुलकर्णी और योगेश तिलेकर जैसे वरिष्ठ नेता मंत्री बन सकते थे और अन्य को सरकारी निगमों का प्रमुख बनाया जा सकता था। सुभाष देशमुख, राहुल कुलकर्णी और योगेश तिलेकर बैठक में मौजूद थे। चौधरी ने दावा किया कि बीजेपी पिछले 10 वर्षों से पवार की आलोचना करती आ रही थी, लेकिन राज्य में कार्यकर्ता अब भयभीत महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उपमुख्यमंत्री ही मामलों की कमान संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि तहसील में सभी भाजपा कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि उन्हें ऐसी शक्तियां नहीं चाहिए, जिसमें अजित पवार का हस्तक्षेप हो।

एनसीपी कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी  

सुदर्शन चौधरी ने वीडियो में कहा, ''अजित पवार को सत्ता में क्यों लाया जाए, ताकि वह आदेश जारी कर भाजपा कार्यकर्ताओं की आवाज को दबा सकें।'' चौधरी ने शिरूर में हुई समीक्षा बैठक के दौरान मुद्दे पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है। इस बीच, जब चौधरी संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे तभी एनसीपी के कुछ कार्यकर्ता यहां कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) परिसर पहुंचे और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। एनसीपी कार्यकर्ताओं ने चौधरी से उपमुख्यमंत्री के खिलाफ दिए बयान पर माफी मांगने को कहा। (भाषा)

ये भी पढ़ें-