भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि मराठा आरक्षण देने की मांग विरोधी दल के नेता जो कर रहे हैं, उनकी मांग है कि ओबीसी से मराठा को आरक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि ओबीसी समाज 353 जातियों का समूह है, जो अभी भी बहुत पिछड़ा हुआ है। पिछड़े समाज से आरक्षण निकालकर मराठा समाज को आरक्षण देना यह भूमिका ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष नेता ने इस प्रकार की मांग क्यों की है? क्या उन्हें नहीं पता कि इस प्रकार की मांग उन्हें नहीं करना चाहिए।
मराठा समाज को लेकर बोले बावनकुले?
बावनकुले ने कहा, "हालांकि, देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने मराठा समाज को जिस तरीके से अलग से आरक्षण दिया था, वह पर्याप्त आरक्षण मराठा समाज को मिलना चाहिए।" बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र समाज को आरक्षण मिलना ही चाहिए, क्योंकि मराठा समाज में भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो दुर्बल घटक में आते हैं।"
"सुप्रीम कोर्ट में 50 वकील क्यों नहीं लगाया"
इस दौरान उन्होंने एनसीपी चीफ शरद पवार ने सवाल पूछा कि आपने ढाई साल की सरकार चलाई तो उस समय उद्धव ठाकरे को बोलकर सुप्रीम कोर्ट में 50 वकील क्यों नहीं लगाया। उस समय की सरकार ने क्यों नहीं कोर्ट में ये रख पाई कि मराठा समाज दुर्बल समाज है।
सनातन धर्म की परंपरा हजारों साल पुरानी
वहीं, चंद्रशेखर बावनकुले ने स्टालिन के बेटे की ओर से सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी के संबंध में कहा कि सनातन धर्म की परंपरा हजारों साल पुरानी है। पूरे विश्व ने इसे माना है। वोटों की राजनीति में लोग इतने नीचे गिरेंगे। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे इस संबंध में कुछ बोल क्यों नहीं रहे हैं। दो दिन पहले स्टालिन के साथ हाथ में हाथ मिलाकर खड़े हुए थे। उद्धव ठाकरे 24 घंटे में स्टालिन का कहना क्या मान्य है, इस पर वह जवाब दें।