मुंबई: एनसीपी (अजित गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई पुलिस को एक और सफलता मिली है। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर इस मामले के एक और आरोपी को पंजाब के फाजिल्का से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की नाम आकाशदीप करजसिंह गिल है।
आरोपी को गिरफ्तार कर मुंबई पुलिस सरकारी अस्पताल ले गई जहां उसका मेडिकल कराया गया और फिर स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत में महाराष्ट्र पुलिस को आरोपी की ट्रांजिट रिमांड दे दी। बता दें कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अब तक कुल 24 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। हर आरोपी से पूछताछ में कुछ न कुछ चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आ रहा है।
इससे पहले बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार संदिग्ध मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम एवं चार अन्य आरोपियों को मुंबई की एक अदालत ने 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। त्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और मुंबई अपराध शाखा ने रविवार को शूटर शिवकुमार (20) तथा उसके चार साथियों को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के नानपारा से गिरफ्तार किया था।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा ईस्ट में विधायक और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिद्दीकी के सीने पर दो गोलियां लगीं और उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी।
उप्र एसटीएफ के अनुसार गिरफ्तार आरोपी शिव कुमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि बताया कि वह पुणे में एक कबाड़ की दुकान में काम करता था। शिवकुमार ने पुलिस को बताया कि उसकी और शुभम लोनकर की दुकान एक-दूसरे के बगल में थी। एसटीएफ के अनुसार, शिवकुमार ने उन्हें बताया कि शुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है और उसने (लोनकर ने) स्नैप चैट के जरिए कई बार उसकी (शिवकुमार की) लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से बात कराई थी। एसटीएफ के मुताबिक, शिवकुमार ने बताया कि सिद्दीकी की हत्या के बाद उसे 10 लाख रुपये और साथ ही हर महीने कुछ न कुछ मिलने वाला था।