लोकसभा चुनाव से पहले बीते दिनों महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा था। कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बाबा सिद्दीकी ने अजीत पवार के एनसीपी का दामन थाम लिया है। इतना ही नहीं, बाबा सिद्दीकी के साथ कांग्रेस के कई पूर्व नगरसेवक, ग्राम पंचायत अध्यक्ष, तालुक अध्यक्ष जैसे करीब 30 नेता व कार्यकर्ताओं ने एनसीपी अजीत गुट में प्रवेश किया। बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि पार्टी से इस्तीफा देने के बाद बाबा सिद्दीकी ने ट्विटर पर एक पोस्ट भी शेयर किया।
अजीत पवार के हुए बाबा सिद्दीकी
बाबा सिद्दीकी ने ट्विटर पर अपने पोस्ट में लिखा, "मैं एक युवा किशोर के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ और यह 48 वर्षों तक चलने वाली एक महत्वपूर्ण यात्रा रही है। आज मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।" उन्होंने कहा कि मैं कहना तो बहुत कुछ चाहता हूं लेकिन उसे ना कहा जाए तो ही बेहतर है। बता दें कि इससे पहले 14 जनवरी को मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था। इसके बाद वो शिवसेना में शामिल हो गए थे। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही बाबा सिद्दीकी भी पार्टी छोड़ सकते हैं।
इंडी गठबंधन को लगातार मिल रहे झटके
हालंकि इस दौरान बाबा सिद्दीकी ने इसे मात्र कयासबाजी बताया था। लेकिन अब उन्होंने खुद पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद एक के बाद एक कई कार्यकर्ता व नेता अजीत पवार की एनसीपी में शामिल हो गए। बता दें कि इंडी गठबंधन व उसके घटक दलों को एक के बाद एक कई झटके लग रहे हैं। बीते दिनों बिहार में नीतीश कुमार ने इंडी गठबंधन और राजद से किनारा कर लिया। इसका परिणाम हुआ है कि बिहार में सरकार गिर गई और अब 12 फरवरी को बिहार में फ्लोर टेस्ट होने जा रहा है। वहीं संभावना जताई जा रही है कि इंडी गठबंधन से आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी भी किनारा कर सकते हैं।