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Hindi News महाराष्ट्र बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पांच आरोपियों ने हत्या के लिए मांगे थे 50 लाख रुपये, फिर जान लेने से किया मना

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पांच आरोपियों ने हत्या के लिए मांगे थे 50 लाख रुपये, फिर जान लेने से किया मना

मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम बाबा सिद्दीकी के हत्याकांड से जुड़े आरोपियों को पकड़ने में लगी हुई है। साथ ही पुलिस इस पूरे हत्याकांड पर रोज नए खुलासे भी कर रही है।

बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हुई हत्या- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हुई हत्या

बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मुंबई पुलिस ने बताया कि हाल में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों ने हत्या के लिए 50 लाख रुपये मांगे थे, लेकिन भुगतान को लेकर असहमति और एनसीपी नेता के रसूख को देखते हुए उन्होंने हत्या को अंजाम देने से बाद में मना कर दिया। पुलिस ने बताया कि उन्होंने (हाल में गिरफ्तार पांच आरोपियों ने) बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल लोगों को आवश्यक सामग्री और अन्य प्रकार की मदद दी थी। 

अब तक 9 गिरफ्तार

सिद्दीकी की हत्या मामले में शूटरों को हथियार और रसद सहायता उपलब्ध कराने के आरोप में शुक्रवार को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया था। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस सनसनीखेज मामले में गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या अब नौ हो गई है, जबकि तीन लोग फरार हैं। 

सभी आरोपियों की हुई पहचान

पुलिस ने बताया कि हाल में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान  नितिन गौतम सप्रे (32), संभाजी किसान पारधी (44), प्रदीप दत्तू थोम्ब्रे (37), चेतन दिलीप पारधी और राम फूलचंद कनौजिया (43) के रूप में की गई है। गौतम सप्रे डोंबिवली से हैं जबकि संभाजी किसान पारधी, थोम्ब्रे और चेतन दिलीप पारधी (27) ठाणे जिले के अंबरनाथ से हैं। कनौजिया रायगढ़ के पनवेल का रहने वाला है। 

पहले 50 लाख रुपये की रखी गई मांग

पुलिस अधिकारी ने कहा, 'पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि सप्रे के नेतृत्व वाले गिरोह ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए मेडिएटर से 50 लाख रुपये की मांग की थी लेकिन सौदे पर असहमति के कारण यह बात नहीं बन पाई।'

गिरोह के लिए हो सकती थी समस्या

पुलिस ने कहा कि इसके साथ ही सप्रे को पता था कि सिद्दीकी एक प्रभावशाली नेता हैं, इसलिए उन्हें मारना उसके गिरोह के लिए बड़ी समस्या पैदा कर सकता था। इसलिए इन आरोपियों ने आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया। 

मोहम्मद जीशान के संपर्क में था शुभम लोनकर

इसके बाद आरोपी व्यक्तियों ने नए शूटरों को आवश्यक सामग्री देने और अन्य सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया। अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ताओं ने पाया है कि सप्रे के नेतृत्व वाला गिरोह गोलीबारी किए जाने तक साजिशकर्ता शुभम लोनकर और मुख्य षड्यंत्रकर्ता मोहम्मद जीशान अख्तर के संपर्क में था। 

ऑफिस के बाहर गोली मारकर हुई हत्या

बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी  की 12 अक्टूबर की रात को उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के मुंबई के बांद्रा स्थित कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम, शुभम लोनकर और मोहम्मद जीशान अख्तर फिलहाल फरार हैं।

भाषा के इनपुट के साथ