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Hindi News महाराष्ट्र रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का नागपुर में दिख रहा उत्साह, 2 घंटे में 1000 से अधिक मंदिरों में होगी पूजा

रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का नागपुर में दिख रहा उत्साह, 2 घंटे में 1000 से अधिक मंदिरों में होगी पूजा

अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का काम जारी है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस अवसर पर देश के अलग-अलग मंदिरों में पूजा अर्चना की जाएगी। इसी कड़ी में नागपुर में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।

ayodhya ram mandir nagpur people excited for ramlalla pran pratistha programme- India TV Hindi Image Source : INDIA TV रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का नागपुर में दिख रहा उत्साह

अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जारी है। 22 जनवरी को रामललाल की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इससे पूर्व रामलला की प्रतिमा को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित कर दिया गया है। जिस दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, उस देशभर के अलग-अलग मंदिर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसी कड़ी में 22 जनवरी को नागपुर में 6500 स्थानों पर भव्य आयोजन किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों का आयोजन विश्व हिंदू परिषद द्वारा किया जाएगा। बता दें कि इसके लिए वीएचपी ने तैयारियां पूरी कर ली है। नागपुर में प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव शुरू हो चुका है।

नागपुर में उत्साह

इसके लिए ढोल, नागड़ों, संदल, बाइक रैली इत्यादि का आयोजन किया जा रहा है। बता दें कि नागपुर में हर जगह उत्सव की तर्ज पर तैयारियां की गई हैं। राम मंदिर के लोकार्पण से पहले नागपुर में भक्तों में खास उल्लास देखने को मिल रहा है। कहीं भक्तों द्वारा बाइक रैली निकाली जा रही है तो कभी ढोल-नगाड़ों के साथ शोभा यात्रा। नागपुर के मंदिरों के सामने ढोल ताशा का वादन किया जा रहा है। इन रैलियों में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने लगभग 1 करोड़ 20 लाख परिवारों को पूजित अक्षत बाटा है। 

1000 से अधिक मंदिरों में होगी पूजा

नागपुर में कई मुस्लिम, ईसाई, सिख, जैन धर्म के लोगों ने भी पूजित अक्षत का वितरण किया है। पूरे महाराष्ट्र में लगभग 20000 गैर हिंदुओं घरों में पूजित अक्षत का वितरण किया गया है। नागपुर में 22 जनवरी को 6500 स्थानों पर अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। 2 घंटे के अंदर शहर के 1000 से अधिक मंदिरों में पूजा होगी। हिंदू संगठनों द्वारा लोगों से अपील की जा रही है कि हर नागिरक इसमें शामिल हो। बता दें कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस दौरान साधु संत भी अयोध्या में मौजूद रहेंगे।