Asaduddin Owaisi News: मुस्लिम आरक्षण और बाबरी ढहाने का जिक्र करते हुए शनिवार को मुंबई पहुंचे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen- AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम आरक्षण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (Maha Vikas Aghadi) सरकार गंभीर नहीं है।
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि शिवसेना, कांग्रेस राष्ट्रवादी को तिरंगा रैली से क्या तकलीफ हुई? जो शिवसेना राष्ट्रवाद की बीन बजाती है उसे तिरंगे से क्या एतराज है? जब मुसलमान और दलित तिरंगा उठा रहा है तो तिरंगा निकाल लो। भारत छोड़ो का नारा मुम्बई में मुसलमानों ने दिया। तिरंगा किसने बनाया उनकी भी कहानी है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बताओ भारत के मुसलमानों हमें सेक्युलरिज्म से क्या मिला? सिर्फ नारे, क्या आरक्षण मिला? नहीं मिला, मजीद शाहिद करने वालों को सजा मिली? नहीं मिली, मुसलमानों पोलिटिकल सेक्युलरिज्म को नकारो। बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा था कि महाराष्ट्र के मुसलमानों को आरक्षण दिया जा सकता है पर ये तीन दलों की सरकार (महाराष्ट्र सरकार) भूल गयी। जिन्होंने सेक्युलरिज्म के नाम पर कांग्रेस और एनसीपी को वोट दिया।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि महाराष्ट्र में ग्रेज्युएट मुस्लिम सिर्फ 4 फीसदी है। सिर्फ 22 फीसदी बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं। क्यों नही मुसलमान पढ़ रहे, मुसलमान पढ़ना चाहता है। संघ के लोग झूठ बोलते हैं कि मुसलमान पढ़ना नहीं चाहते। क्यों नही पढ़ते उनके पास पैसे नहीं है, क्या मुस्लिम नहीं चाहते उनके बच्चे पढ़ें। कब तक सेक्युलरिज्म की बात करोगे। हक की बात करो, पढ़ाई की बात करो। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अब यूपी का चुनाव आ रहा है। शुरू हुआ वहां ओवैसी आ रहा अब सेक्युलरिज्म कमजोर होगा। मुझे कहा मत आओ, बीजेपी को फायदा होगा। मजलिस को वोट नहीं दिया लेकिन अब कांग्रेस एनसीपी सत्ता पर आए अब मुसलमानों को भूल गए।
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि 83 फीसदी मुसलमानों के पास जमीन नहीं है। 1 फीसदी मराठा के पास जमीन नहीं। क्या शरद पवार का दिल मराठा के लिए ही धड़केगा, कहा कि इंसाफ है ये। 0.3 फीसदी मुसलमान सिर्फ 3 लाख के ऊपर सालाना कमाते हैं। 1 लाख से 8 लाख के बीच आमदनी 8 फीसदी मराठाओ की है। मराठाओं के 15 फीसदी आईएएस ऑफिसर है। न कांग्रेस न एनसीपी मुसलमानों की बात नहीं करते। सिर्फ मराठा आरक्षण की बात करते हैं। ये हमारे बर्बादी की दास्तान है, ये लोग सिर्फ धोखा देते हैं। वोट कटेंगे कहते हैं, कटे न फिर क्यों आपने शिवसेना के साथ सरकार बनाई। क्या शिवसेना सेक्युलर है, जो उद्वव ठाकरे सदन में कहते है कि बाबरी ढहाने पर गर्व है, क्या शरद पवार आपको ये मंजूर है? कांग्रेस अब हर बात के लिए मोहताज है और कुछ सालों में और भी कमजोर होगी। हम आए तो धारा 144 लगा दी, राहुल गांधी के लिए लगेगा 144। बताओ ठाकरे सरकार कितना परसेंट जीनोम सिक्वेंसिंग की है।