मुंबई: पुणे में हुए पोर्शे कार एक्सीडेंट में लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम अजित पवार पर गंभीर और बड़े आरोप लगाए हैं। अंजलि दमानिया का कहना है कि अजित पवार ने पुणे सीपी को फोन कर दबाव बनाया। इस पर स्पष्टीकरण मांगते हुए उन्होंने कहा कि अजित पवार बताएं कि उन्होंने पुणे सीपी को फोन किया था या नहीं। सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने कहा है कि पुणे सीपी को तुरंत खुलासा करना चाहिए कि क्या इस मामले में अजित पवार ने उनको को फोन किया था। अगर किया है तो CM एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस को तत्काल अजित पवार का इस्तीफा लेना चाहिए।
अंजलि दमानिया ने आरोपों पर पलटवार
वहीं अंजलि दमानिया के द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद अब राजनीति गर्म हो गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से इस मामले में अब सफाई दी गई है। एनसीपी की प्रवक्ता आभा पांडे ने अंजलि दमानिया के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा है कि अजित पवार पुणे के पालक मंत्री (प्रभारी मंत्री) हैं, ऐसे में वो पुणे के पुलिस आयुक्त और अन्य अधिकारी से बात कर सकते हैं। साथ ही आभा पांडे ने कहा है कि अंजलि दमानिया सस्ती पब्लिसिटी चाहती हैं, जिस वजह से वह ऐसा कर रही हैं। वो एक एजेंट के तौर पर काम कर रही हैं, उन्हें ये बताना चाहिए कि किसके कहने पर वह इस तरह के बयान दे रही हैं।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि पुणे में एक नाबालिग ने 18 मई को पोर्शे गाड़ी से दो लोगों को भीषण टक्कर मारी थी। ओवर स्पीडिंग की वजह से हुए इस हादसे में एक युवक और युवती की मौत हो गई थी। इसके बाद नाबालिग को जुवेनाइल कोर्ट से जमानत भी मिल गई थी। बाद में उसकी जमानत रद्द करके रिमांड होम भेजा गया। जांच में सबूतों को छिपाने और पुलिस को गुमराह करने के आरोप में उसके पिता समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं पुलिस सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच कर रही है।
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