Amravati Murder: अमरावती मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है। हत्यारे उमेश कोल्हे का सिर धड़ से अलग करना चाहते थे। जांच में यह भी सामने आया है कि उमेश को बचाने अगर कोई और आता तो हत्यारों ने उसे भी मारने की योजना बनाई थी। हालांकि जिस समय शोएब ने चाकू चलाया, उस समय वहां शोर मच गया। पास में ही कुछ लोग फुटपाथ पर बैठे थे, जो मौके पर आने लगे। ये देखकर शोएब और दूसरे आरोपी वहां से भाग निकले।
सूत्रों ने यह भी बताया की उमेश की हत्या के बाद इरफान शेख से पुलिस ने 3-4 बार पूछताछ की थी और छोड़ भी दिया था। यूसुफ को भी पुलिस ने उधार के सिलसिले में पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन जब इरफान को समझ में आया कि उसकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है वो वह नेपाल भागने की तैयारी करने लगा। अगर पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं करती तो वह नेपाल भाग चुका होता।
खबर ये भी है कि हत्यारों को हत्या करने और बाकी की चीजें मुहैया करवाने के लिए इरफान ने 10 हजार रुपए दिए थे।
जिहादी गैंग के निशाने पर थे कई लोग
बता दें कि हालही में ये खबर भी सामने आई थी कि अमरावती में उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) की तरह कई लोग जिहादी गैंग के निशाने पर थे। जिहादी गैंग द्वारा नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के समर्थन में व्हाट्सऐप स्टेटस लगाने वाले लोगों को धमकी देने के कई मामले सामने आए थे। लोगों को धमकी से भरे फोन आए और उनसे माफी मांगने का वीडियो भी बनवाया गया और फिर उसे व्हाट्सऐप स्टेटस पर लगवाया गया।
पुलिस ने इस मामले में अमरावती के निवासी और धमकी पाने वाले एक शख्स का बयान दर्ज किया है। मिली जानकारी के मुताबिक, धमकी देने वाले शख्स ने खुद को रहबर हेल्पलाइन से जुड़ा हुआ बताया। बता दें कि रहबर संस्था उमेश कोल्हे की हत्या के मास्टरमाइंड इरफान शेख की है।
उमेश कोल्हे की 21 जून को हुई थी हत्या
महाराष्ट्र के अमरावती शहर में 54 साल के केमिस्ट उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) की 21 जून को हत्या कर दी गई थी। बताया जा रहा है कि बीजेपी की निलंबित नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने को लेकर ये हत्या की गई थी। इससे पहले ऐसा मामला राजस्थान के उदयपुर से सामने आया था। उदयपुर में भी नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट डालने को लेकर कन्हैयालाल नाम के शख्स की हत्या कर दी गई थी।