Amaravati Murder Case: उमेश कोल्हे की श्रद्धांजलि सभा को लेकर प्रशासन अलर्ट, पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
Amaravati Murder Case: अमरावती के राजकमल चौक पर बड़ी तादाद में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। वाटर कैनन की गाड़ियां खड़ी कर दी गई हैं और पूरे इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
Amaravati Murder Case: महाराष्ट्र के अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के बाद तनाव बढ़ गया है।प्रशासन की ओर से मंजूरी नहीं मिलने के बाद भी हिंदू संगठन उमेश कोल्हे की श्रद्धांजलि सभा को लेकर अड़े हुए हैं। श्रद्धांजलि सभा को लेकर पुलिस अलर्ट पर है और फ्लैग मार्च निकाला। वहीं शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अमरावती कोतवाली को भी सुरक्षा के घेरे में ले लिया गया है। कोतवाली में कोल्हे की हत्या के आरोपियों को रखा गया है।
ड्रोन से निगरानी
अमरावती के राजकमल चौक पर बड़ी तादाद में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। वाटर कैनन की गाड़ियां खड़ी कर दी गई हैं और पूरे इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।आने-जाने वालों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। साथ ही पूरे शहर की ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
21 जून की रात हुई थी उमेश की हत्या
बताया जाता है कि बीजेपी की निलंबित नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से उमेश की हत्या की गई। मामले की जांच एएनआई को सौंपी गई है। अमरावती शहर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने स्थानीय निवासी इरफान खान (32) को शनिवार की शाम नागपुर से गिरफ्तार कर लिया। शहर की पुलिस आयुक्त डॉ.आरती सिंह ने कहा कि उसने कथित तौर पर अमरावती में एक मेडिकल स्टोर चलाने वाले उमेश प्रहलादराव कोल्हे (54) की हत्या की साजिश रची थी और अन्य लोगों को इसमें शामिल किया था। अमरावती के श्याम चौक क्षेत्र के घंटाघर के पास 21 जून की रात करीब साढ़े 10 बजे उमेश की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी।
एनआईए टीम ने जांच शुरू की
एनआईए की एक टीम केमिस्ट की हत्या के मामले की जांच के सिलसिले में शनिवार को अमरावती पहुंची। इस मामले की एनआईए जांच का केंद्र का यह फैसला इस आशंका के मद्देनजर लिया गया है कि केमिस्ट की हत्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलंबित नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट का परिणाम हो सकती है। इससे पहले दिन में केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट करके जानकारी दी कि मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गयी है।
उदयपुर की घटना से पहले हुई थी उमेश की हत्या
कोल्हे की हत्या राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की गला रेतकर हत्या किये जाने और इसकी ऑनलाइन वीडियो पोस्ट करने से एक सप्ताह पहले की गयी थी। एनआईए उदयपुर के दर्जी कन्हैयालाल की हत्या की भी जांच कर रही है। सिटी कोतवाली पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, ‘उमेश की अमरावती शहर में एक दवा की दुकान थी। उसने नुपुर शर्मा के समर्थन में कुछ व्हाट्सएप समूह में एक पोस्ट कथित तौर पर साझा किया था। उमेश ने गलती से यह पोस्ट एक ऐसे व्हाट्सएप समूह में भेज दिया था, जिसमें दूसरे समुदाय के सदस्य भी थे।’
हत्या के लिए आरोपी ने पांच लोगों की ली मदद
अधिकारी के मुताबिक इरफान ने उमेश की हत्या की कथित तौर पर साजिश रची और इसके लिए पांच लोगों की मदद ली। उन्होंने बताया कि इरफान ने उन पांच लोगों को 10-10 हजार रुपये देने और एक कार में सुरक्षित रूप से फरार होने में मदद करने का वादा किया था। पुलिस ने मुदसिर अहमद (22), शाहरुख पठान (25), अब्दुल तौफीक (24) शोएब खान (22) और अतीब राशिद (22) को गिरफ्तार किया है। सभी अमरावती के निवासी और दिहाड़ी मजदूर हैं। उन्होंने अपराध में प्रयुक्त चाकू को भी जब्त कर लिया और सीसीटीवी फुटेज हासिल कर ली। भाजपा ने पांच जून को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था और भाजपा की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन जिंदल को निष्कासित कर दिया था।
इनपुट-भाषा