मुंबई: महाराष्ट्र में नेता विपक्ष अजीत पवार ने शुक्रवार को जनसंख्या वृद्धि पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ‘बच्चे अल्लाह या भगवान की देन नहीं बल्कि मां-बाप की देन है।’ पवार ने एक निजी मीडिया हाउस के कार्यक्रम में यह भी कहा कि उन्हें 100 फीसदी मुख्यमंत्री बनने की चाहत है। पिछले कुछ दिनों से अजीत पवार लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी में जाने की चर्चोओं पर विराम लगाने के बाद उन्होंने अपने ताजा बयान से एक बार फिर हलचल मचा दी है।
‘बच्चे अल्लाह या भगवान की देन नहीं’
जब अजीत पवार से पूछा गया कि क्या 2024 में NCP मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी करेगी, तो अजीत पवार ने कहा कि 2024 में क्यों वह अभी भी मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं। इस इंटरव्यू में अजीत पवार ने यह भी कहा कि अब बहुत हो चुका, ‘बच्चे अल्लाह या भगवान की नहीं मां-बाप की देन है। भविष्य की पीढ़ी के लिए जनसंख्या नियंत्रण जैसे कड़े फैसले लेने की जरूरत है।’ बता दें कि बीजेपी के कई नेता भी जनसंख्या नियंत्रण के लिए इसी तरह की मांग उठा चुके हैं।
EVM को अजीत पवार ने दी थी क्लीन चिट
पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि 2014 और 2019 में बीजेपी देश भर पहुंची। उन्होंने कहा, ‘अटल जी, आडवाणी को जो हासिल नहीं हुआ, 1984 के बाद उन्होंने पूर्ण बहुमत की पहली सरकार बनाई। यह उनका करिश्मा है।’ उन्होंने इससे पहले एक बयान में कहा था कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से ईवीएम पर पूरा भरोसा है, और ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है। पवार ने कहा था, ‘कुछ लोग चुनाव हार जाते हैं लेकिन उन्हें यकीन नहीं होता। ऐसे ही लोग ईवीएम पर आरोप लगाने लगते हैं।’