महायुति से क्या नाराज हो गए अजित पवार? आज अपनी ही सरकार के खिलाफ NCP करेगी आंदोलन
अजित पवार शिवाजी की प्रतिमा ढहने के मामले को लेकर अपने ही सरकार के खिलाफ हो गए हैं। उनकी पार्टी आज इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन करने जा रही है।
महायुति की घटक दल NCP आज पूरे महाराष्ट्र में अपनी ही शिंदे सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने जा रही है। इसका कारण भी उन्होंने बताया है, एनसीपी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में खुद एनसीपी का राज्यभर में आंदोलन करेगी। साथ ही एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने खुद बीते दिन पुतला ढहने की घटना पर राज्य की जनता से माफी मांगी थी। ऐसे में अब कयास लगे रहे कि अपनी ही सरकार के खिलाफ आखिर एनसीपी आंदोलन क्यों करने जा रही है?
कहां होगा आंदोलन?
जानकारी के मुताबिक, आज NCP अजीत पवार गुट पुतला ढहने की घटना को लेकर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ राज्यभर में आंदोलन करेगी। यह आंदोलन आज मुंबई कलेक्टर ऑफिस और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास दोपहर 11 से 12 बजे तक होगा। बता दें कि यह आंदोलन चेम्बूर स्थित शिवाजी महाराज पुतले के पास अजित पवार गुट के मुंबई अध्यक्ष समीर भुजबल के नेतृत्व में होगा। बता दें कि 9 महीने में ढही छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को लेकर जहां विपक्ष सरकार को घेर रहा है। वहीं, सरकार अपना बचाव करने में लगी है, जबकि एनसीपी ने इस मुद्दे पर सरकार से अलग रुख अपनाया है।
जांच के लिए गठित की कमेटी
बता दें कि सरकार ने घटना को लेकर ठेकेदारों पर एक्शन लिया है, साथ ही प्रतिमा के ढहने के कारणों का पता लगाने के लिए इंजीनियर, आईआईटी के विशेषज्ञों और नौसेना अधिकारियों की एक टेक्निकल कमेटी गठित की है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बुधवार बताया कि सरकार ने योद्धा राजा के ‘‘कद के अनुरूप एक भव्य प्रतिमा’’ बनाने के लिए एक कमेटी भी गठित की है। यह फैसला मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लिया।
9 माह पहले हुआ था अनावरण
शिंदे ने बुधवार रात दक्षिण मुंबई स्थित अपने आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ में वरिष्ठ मंत्रियों, नौकरशाहों और नेवी अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की, इसके बाद प्रतिमा बनाने के ठेकेदार के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पीडब्ल्यूडी की एक शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि प्रतिमा का निर्माण कार्य घटिया गुणवत्ता का था। बता दें कि शिवाजी की प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने करीब 9 माह पहले किया था।
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