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Hindi News महाराष्ट्र औरंगाबाद का नाम बदलने पर भड़की AIMIM, हजारों समर्थकों के साथ सड़कों पर उतरे सांसद इम्तियाज जलील

औरंगाबाद का नाम बदलने पर भड़की AIMIM, हजारों समर्थकों के साथ सड़कों पर उतरे सांसद इम्तियाज जलील

औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर कर दिया गया है। इसको लेकर AIMIM के सांसद इम्तियाज जलील ने आज अपने हजारों समर्थकों के साथ सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर भी जमकर हमला बोला।

AIMIM के सांसद इम्तियाज जलील- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO AIMIM के सांसद इम्तियाज जलील

औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर किए जाने पर AIMIM के सांसद इम्तियाज जलील ने अपने हजारों समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन किया। AIMIM सांसद ने कहा कि मठवाड़ा के विकास के लिए कैबिनेट की बैठक होने के बाद आपने महंगाई, कास, ड़क, पानी पर बात नहीं की। जबकि छत्रपति संभाजी नगर का नाम बदलने को लेकर कई याचिकाएं कोर्ट में दायर हैं। आपका मतलब है कि आप यहां गंदी राजनीति करने आए हैं। आपने यहां शहर का नाम बदल दिया। आपने हमसे ये उम्मीद की थी कि हम नाम परिवर्तन को चुपचाप स्वीकार कर लेंगे, लेकिन हमने शुरू से ही विरोध किया है और हम विरोध करना जारी रखेंगे।

"औरंगाबाद का नाम ही मेरी पहचान है"
सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि यह बात नागरिकों द्वारा प्रतिदिन व्यक्त की जा रही है। आप मुझे बताएं कि मैं छत्रपति संभाजी महाराज के खिलाफ नहीं हूं, मैं पुरुषों का सम्मान करता हूं, लेकिन औरंगाबाद का नाम ही मेरी पहचान है। औरंगाबाद का नाम विश्व में प्रसिद्ध है। लेकिन आपकी गंदी राजनीति है, आप इन मुद्दों को बार-बार लाते हैं। आप ये सब कर रहे हैं, ये मुद्दे उठा रहे हैं और भावनात्मक मुद्दों पर माहौल बना रहे हैं जबकि आपकी कुर्सी जा रही है।

"शहर में आकर नागरिकों को धमकी दी"
AIMIM के नेता ने हजारों समर्थकों की मौजूदगी में कहा कि नाम बदलने को लेकर कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई हैं। कई बार कोर्ट ने अगली तारीख बढ़ाई है, क्योंकि यह कोई महत्वपूर्ण मुद्दा नहीं है। लेकिन उनके लिए यह इतना महत्वपूर्ण है कि वे कासा के नाम पर मराठवाड़ा आए थे और आपने नाम बदल दिया है। लेकिन उन्होंने शहरों में आकर नागरिकों को धमकी दी है। लोग रोज कहते हैं कि अगर कुछ हो जाए तो आप मुझे जिम्मेदार ठहरा देंगे लेकिन मैंने उन्हें रोक दिया है, हम शांतिपूर्ण तरीके से नाम परिवर्तन का विरोध करना चाहते हैं। शहर में इतने सारे मंत्री घूम रहे हैं, अगर कुछ हो गया तो कौन जिम्मेदार है? इसलिए मैं कह रहा हूं कि पहले आपके लिए होटल बुक है, खाना वगैरह खा लें और आराम से रहें।

"एनसीपी के लिए शहर का नाम नहीं उनका पद जरूरी"
इम्तियाज जलील ने कहा कि हम अदालती लड़ाई लड़ते रहेंगे और चाहे हमें सड़कों पर आने की जरूरत पड़े, हम लोगों से चर्चा करेंगे और फैसला लेंगे। मुझे नहीं लगता कि एनसीपी के लोग इसके लिए आएंगे। उन लोगों के लिए शहर का नाम बड़ा नहीं है, उनके लिए उनका पद महत्वपूर्ण है। लेकिन मैं अपनी जिम्मेदारी के रूप में सभी को आमंत्रित करता हूं। अभी अदालती लड़ाई चल रही है और जारी रहेगी। वकीलों से चर्चा के बाद उन्होंने तय किया है कि क्या वे ऐसा कर सकते हैं।

(रिपोर्ट- मोहम्मद समी)

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