नितेश राणे ने पुलिसवालों को दी थी खुलेआम धमकी, AIMIM नेता बोले- थोबड़े पर मारना चाहिए था
नितेश राणे के भड़काऊ बयान पर इम्तियाज जलील ने कहा कि क्या महाराष्ट्र के पुलिसवालों के हाथ बांध दिए गए हैं और क्या आप लोगों को बता दिया गया है कि इस नाक बहने वाले बच्चे को कुछ भी बोलने दो।
महाराष्ट्र: बीजेपी विधायक नितेश राणे के भड़काऊ बयान पर AIMIM नेता इम्तियाज जलील ने पटलवार किया है। दरअसल, सांगली में बुधवार को नितेश राणे ने लव जिहाद के मुद्दे पर महाराष्ट्र पुलिस को खुलेआम धमकी दी थी। इसे लेकर इम्तियाज जलील ने पुलिसवालों को नितेश राणे के थोबड़े पर मारने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इस नाक बहने वाले बच्चे को हमलोगों ने कुछ ज्यादा ही महत्व दे दिया है। महाराष्ट्र में जब से बीजेपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना सत्ता में आई है, तब से कम्युनल डिवाइड देखने को मिल रहा है, इसलिए इन जैसे लोगों के लिए सही मायने में अगर एक बढ़िया पुलिस ऑफिसर रहे, तो उसके थोबड़े पर मारा होता।
"मैं बोलूं क्या इस तरीके की भाषा"
AIMIM नेता ने आगे कहा कि उसको मारना ही चाहिए जो इस तरीके से द्वेष पैदा करने वाला काम कर रहे हों। क्या महाराष्ट्र के पुलिसवालों के हाथ बांध दिए गए हैं और क्या आप लोगों को बता दिया गया है कि इस नाक बहने वाले बच्चे को कुछ भी बोलने दो। कहीं भी जाता है, तो इस तरीके का भड़काऊ भाषण देना और धमकी देना, मतलब चल क्या रहा है, इस राज्य में लॉ एंड ऑर्डर नाम की चीज है या नहीं। मैं बोलूं क्या इस तरीके की भाषा और उससे ज्यादा बेहतर तरीके से मैं बोल सकता हूं।"
"पुलिस को कुछ तो विचार करना चाहिए"
इम्तियाज जलील ने कहा, "नियम है या नहीं। पुलिस वाले जब वर्दी पहनते हैं तो उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि सरकार किसकी है, आपको पुलिस का दम दिखाना चाहिए। एक बार ऐसा हुआ था तो कैसे पुलिस ने उस विधायक की पिटाई की थी। कहीं भी जाकर इस तरीके की धमकी देता है। मतलब यह है कि सरकार इस तरीके से ऐसे चिल्लू-पिल्लू को छोड़ दे रही है कि आप जाओ और इस तरीके से बड़बड़ करो। अरे इतना छोटा सा बच्चा है, मतलब इतना बड़ा और क्या-क्या बोल रहा है, पुलिस को तो उसके बारे में कुछ तो विचार करना चाहिए।"
"पुलिस को उसके थोबड़े पर मारना चाहिए था"
नितेश राणे पर हमला बोलते हुए उन्होंने आगे कहा, "सुबह उठो या शाम को उठो यही बोलता रहता है कि मैं हिंदू हूं, मैं हिंदू, अरे बाबा तुम हिंदू हो ना, तुम्हारे बोलने का अर्थ क्या है कि बाकी लोग नहीं हैं? इस राज्य में सभी जाति और धर्म के लोग हैं। कई एंटी सोशल एलिमेंट्स हैं जो हिंदू समाज में भी हैं, वह मुस्लिम समाज में भी हैं और दूसरे दलित समाज में भी हैं, सब समाज में हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि तुम सबको धमकी दोगे, पुलिस को धमकी दोगे कि मैं तुम्हारे साथ यह करूंगा, वह करूंगा। पुलिस को उसके थोबड़े पर मारना चाहिए था, अगर सही मायने में कोई पुलिस वाला वहां मौजूद था तो।"
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